अपडेटेड 18 July 2021 at 15:14 IST
कर्नाटक: कांग्रेस कमेटी के प्रमुख शिवकुमार का दावा, कई लिंगायत नेता कांग्रेस में शामिल होने को तैयार
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने शनिवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी से जुड़े कई लिंगायत नेता कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने शनिवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी से जुड़े कई लिंगायत नेता कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कई लिंगायत नेता हैं पार्टी में अभी और नेता शामिल होना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'लिंगायत भाजपा की संपत्ति नहीं है।'
मीडिया से बात करते हुए, शिवकुमार ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर निशाना साधते और कहा कि पिछले एक साल से कर्नाटक भाजपा पार्टी में अस्थिरता है, जो प्रशासन को काम करने से रोक रहा है।
बीजेपी के लिंगायत नेता कांग्रेस में शामिल होने के लिए हैं तैयार: शिवकुमार
कलबुर्गी हवाई अड्डे पर शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता शिवकुमार ने कहा, "भाजपा के बहुत सारे लिंगायत नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी में आना चाहते हैं। ईश्वर खंड्रे भी एक प्रमुख कांग्रेस नेता हैं, जो लिंगायत समुदाय से हैं। भाजपा को भ्रम है कि लिंगायत समुदाय उनकी संपत्ति है, ये सच नहीं है।'
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अजय सिंह, पूर्व मंत्री शरण प्रकाश पाटिल, पार्टी नेता टिप्पनप्पा कामकानूर, अल्लमप्रभु पाटिल सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवकुमार के साथ मौजूद थे।
कर्नाटक में लिंगायत समुदाय
बता दें कि लिंगायत समुदाय राज्य की आबादी का लगभग 17 से 22 प्रतिशत हिस्सा है, जो सरकार बनाने और तोड़ने में प्रमुख भूमिका निभाता है। उत्तर कर्नाटक के 100 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में लिंगायत मतदाताओं का दबदबा है। वर्तमान विधानसभा में लिंगायत समुदाय के 58 विधायक चुने गए जिनमें से 38 विधायक भाजपा के हैं।
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कर्नाटक में कोरोना
उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने राज्य स्तर पर अभियान चलाया है, पार्टी के नेता राज्य भर के लोगों से उनकी शिकायतों को सुनने के लिए बातचीत करेंगे, मुख्य रूप से अनुसूचित जाति और उत्पीड़ित वर्ग में विश्वास जगाएंगे। अनुसूचित जातियों की दुर्दशा पर उन्होंने कहा, ''एक तरफ तो उन्हें कोविड के कारण नुकसान उठाना पड़ा है. दूसरी तरफ वे अभी भी अपनी कृषि योग्य भूमि के नियमितीकरण और अन्य समस्याओं से लंबित मुद्दों का सामना कर रहे हैं।''
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राज्य के पूर्व मंत्री ने उन लोगों की सहायता नहीं करने के लिए भी भाजपा सरकार की आलोचना की, जो कोरोना से बुरी तरह प्रभावित थे। उन्होंने कहा कि हालांकि कांग्रेस के दबाव के बाद सरकार ने कुछ मुआवजे की घोषणा की है, लेकिन राहत अभी तक लाभार्थियों तक नहीं पहुंची है।
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इससे पहले, शिवकुमार ने राज्य सरकार को तीन महीने में दोनों खुराक के साथ 80 प्रतिशत वयस्क आबादी का टीकाकरण करने की चुनौती दी थी।
Published By : Nisha Bharti
पब्लिश्ड 18 July 2021 at 15:14 IST