अपडेटेड 11 March 2024 at 07:28 IST

लोक जनशक्ति पार्टी के पूर्व अध्यक्ष चिराग पासवान बोले- हर दल चाहता है LJP उसके साथ रहे

LJP के पूर्व अध्यक्ष चिराग पासवान ने रविवार को कहा कि हर दल उनकी पार्टी को अपने खेमे में रखना चाहता है।

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चिराग पासवान | Image: PTI

Lok Janshakti Party : लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के पूर्व अध्यक्ष चिराग पासवान ने रविवार को कहा कि हर दल उनकी पार्टी को अपने खेमे में रखना चाहता है। पासवान के इस बयान से यह संकेत मिलता है कि वह बेहतर पेशकश करने वाले के साथ जा सकते हैं।

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सहयोगी लोजपा को बिहार में विपक्षी 'महागठबंधन' की ओर से अपने पाले में करने के प्रयास किये जा रहे हैं। 'महागठबंधन' में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और तीन वामपंथी दल शामिल हैं।

साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने संकेत दिया कि वह विकल्पों पर विचार कर रहे हैं और बेहतर पेशकश करने वाले खेमे में शामिल हो सकते हैं। चिराग ने कहा, "मैं यहां संवाददाताओं की भीड़ देख सकता हूं, जो यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि चिराग पासवान किसके साथ रहेंगे। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि चिराग पासवान केवल बिहार के लोगों के साथ जुड़े हुए हैं।"

उन्होंने कहा, ''हर पार्टी, हर गठबंधन चाहता है कि चिराग पासवान उसके साथ रहें। ऐसा इसलिए क्योंकि लोग उनके 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' दृष्टिकोण से प्रभावित हैं, जो राज्य को पुराने पिछड़ेपन से बाहर निकालना चाहता है।

चिराग पासवान ने अपने भाषण में खुद को 'शेर का बेटा' बताते हुए अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान के सच्चे उत्तराधिकारी के रूप में पेश करने का प्रयास किया। लोजपा ने 2019 में लोकसभा की छह सीटों पर चुनाव लड़ा था और उन सभी पर जीत हासिल की थी।

हालांकि, चिराग ने जद (यू) प्रमुख एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोजपा विभाजित करने वाले अपने चाचा एवं केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस का नाम लेने से परहेज किया लेकिन उन्होंने उन "साजिशों" के बारे में विस्तार से बात की, जिनका उन्हें सामना करना पड़ा।

उन्होंने कहा कि इन “साजिशों” का उद्देश्य उनके घर, परिवार व पार्टी को तोड़ना था, लेकिन “मैंने दिखाया है कि चिराग पासवान को डराया नहीं जा सकता।" चिराग पासवान ने कहा है कि उनकी अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) हाजीपुर से चुनाव लड़ेगी जहां से उनके पिता पासवान ने कई बार चुनाव जीता था और इस सीट का प्रतिनिधित्व फिलहाल उनके चाचा और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के प्रमुख पारस करते हैं। 

पारस ने साफ कर दिया है कि वह हाजीपुर सीट से फिर से चुनाव लड़ेंगे। आरएलजेपी के प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा, "हाजीपुर या हमारी पार्टी की अन्य चार सीटों में से किसी को भी छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है। हमें यकीन है कि भाजपा हमारे दावे का सम्मान करेगी क्योंकि हम राजग के स्वाभाविक सहयोगी हैं।”

उन्होंने कहा, “उन्हें (चिराग को) दूसरी तरफ से प्रस्ताव मिल रहा है, लेकिन कोई भी इस तरह के प्रलोभन के साथ हमारे पास आने की हिम्मत नहीं कर रहा है।'' हालांकि 'महागठबंधन' के किसी भी नेता ने सार्वजनिक तौ पर यह नहीं कहा है कि चिराग को क्या "प्रस्ताव" दिया गया है लेकिन सूत्रों का कहना है कि चिराग को छह से अधिक सीटें दी जा सकती हैं।

भाजपा नेताओं ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि चाचा और भतीजे के बीच झगड़ा एक मसला है और पार्टी चिराग की लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें खोने का जोखिम नहीं उठा सकती है लेकिन पारस से भी मुंह नहीं मोड़ना चाहती है।

रैली के बाद हवाई मार्ग से दिल्ली रवाना होने के लिए पटना पहुंचे चिराग ने पत्रकारों के सवाल का कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, “जहां तक चुनाव पूर्व और सीट-बंटवारे का सवाल है, इसे अंतिम रूप दिया जा चुका है और हम कुछ दिनों में विवरण साझा करेंगे।”

(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 11 March 2024 at 07:28 IST