अपडेटेड 22 June 2024 at 20:51 IST
दिल्ली सरकार ने 600 शिक्षकों को नौकरी से निकाला, कारण सुन सिर पीट लेंगे आप; बांसुरी स्वराज भी भड़कीं
दिल्ली के सांसदों ने लेफ्टिनेंट गर्वनर से मुलाकात की। उन्होंने 600 टीचर्स को हटाने का मुद्दा उठाया। BJP के मुताबिक निकालने की वजह बड़ी अटपटी है!
Bansuri Swaraj: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात कर बाहर निकलीं बांसुरी स्वराज ने आम आदमी पार्टी सरकार के एक फैसले पर हैरानी जताई। उनके मुताबिक 600 वोकेशनल ट्रेनी टीचर्स को बाहर का रास्ता दिखा दिया।
बांसुरी समेत दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बताया कि हीटवेव का बहाना बना निकालने का तरीका बताता है कि दिल्ली की सरकार को अध्यापकों को निकाले जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता।
बांसुरी बोली- कोविड में भी जिम्मेदारी निभाई फिर...
मीडिया से रूबरू बांसुरी स्वराज ने कहा- उन्होंने पार्ट टाइम वोकेशनल टीचर्स को हटाया है ये कह कि दिल्ली में हीट वेव है...अचंभे की बात है कि कोविड में भी इन टीचर्स वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने दायित्वों का निर्वाह किया। दिल्ली में हीटवेव कोई नई बात नहीं है, लेकिन इन्हें निकाल दिया गया।
पैसा भी लिया और दिया भी नही!
बांसुरी स्वराज ने पैसे सैंक्शन करवा कर भी उसे डिस्ट्रीब्यूट न कराने पर दिल्ली सरकार की खिंचाई की। उन्होंने कहा- (दिल्ली सरकार) 38 करोड़ सैंक्शन करवा लिया गया। लेकिन निर्ममता से निरस्त कर दिया गया। कई टीचर्स रिटायर होने वाली हैं सर्विस में गैप आया तो इनकी ग्रैच्युटी तक पर असर पड़ेगा...लेकिन दिल्ली सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। इनका पैसा तो ले लिया। लेकिन निर्ममता से इन 600 के करीब टीचर्स को 27 मई के ऑर्डर से डीडीए ने नौकरी से निरस्त कर दिया।
वीरेंद्र सचदेवा बोले- औरंगजेबी फरमान
वहीं दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इसे औरंगजेबी फरमान करार दिया। उन्होंने कहा, "दिल्ली में करीब 600 वोकेशनल टीचर्स हैं। उन्हें अचानक नौकरी से हटा दिया गया। औरंगजेबी आदेश से हटा दिया। जब दिल्ली सरकार से इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गर्मी के कारण ऐसा किया जा रहा है... इसलिए हमारे सांसदों ने उपराज्यपाल से मुलाकात की और इस मामले को संज्ञान में लेने का अनुरोध किया है।"
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 22 June 2024 at 20:51 IST