अपडेटेड 18 January 2024 at 16:30 IST

Ram Mandir: '22 जनवरी के बाद शुरू होगा कलयुग', कांग्रेस नेता उदित राज का फिर विवादित बयान

Controversial Statements: कांग्रेस नेता उदित राज ने राम मंदिर को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उदित राज ने कहा कि हमारा कलयुग 22 जनवरी के बाद शुरू होगा।

Follow :  
×

Share


कांग्रेस नेता उदित राज का विवादित बयान | Image: PTI

Controversial Statements on Ram Mandir: 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जहां एक ओर दुनियाभर के रामभक्तों में उत्साह का माहौल है। दूसरी तरफ इसको लेकर राजनीति भी जमकर की जा रही है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह से दूरी बना ली है। वहीं, नेताओं का राम मंदिर को लेकर विवादित बयानबाजी करने का सिलसिला भी जारी है।

खबर में आगे पढ़ें...

  • राम मंदिर पर नहीं थम रहे विवादित बयान
  • कांग्रेस नेता उदित राज के फिर बिगड़े बोल
  • किन-किन नेताओं ने की है विवादित बयानबाजी?

कांग्रेस नेता उदित राज ने राम मंदिर को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर एक पोस्ट कर कहा कि हमारा कलयुग 22 जनवरी के बाद शुरू होगा।

'मंडल कमीशन नहीं आता तो नहीं बनता राम मंदिर'

उदित राज ने कहा कि 1949 से लेकर 1990 तक हिंदू महासभा, RSS और जनसंघ क्या कर रहा था? अगर मंडल कमीशन नहीं आता तो राम मंदिर नहीं बनता। उन्होंने कहा कि असली सच्चाई ये है कि पिछड़ों के आरक्षण के विरोध में जो ज्वाला पैदा हुई थी उसके लिए आडवाणी जी ने दिशा दी थी। हजारों वर्ष से दलितों को गांव के किनारे बसाया जाता था और परछाई से भी सवर्ण अपवित्र हो जाते थे। भगवान राम-कृष्ण हजारों वर्ष से थे, क्या दुर्गति थी हमारी? 

उदित राज ने कहा कि हमारा कलयुग 22 जनवरी के बाद शुरू होगा। हालांकि इस दौरान उन्होंने अपने बयान में राम मंदिर का नाम तो नहीं लिया, लेकिन हर किसी को मालूम है कि 22 जनवरी को ही राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है और उनका ये बयान इसी संदर्भ में दिया गया है। उदित राज ऐसे इकलौते नेता नहीं है जिन्हें राम मंदिर बनना रास नहीं आ रहा। इनके अलावा भी विपक्ष के कई नेताओं ने राम मंदिर के खिलाफ विवादित बयानबाजी की है।

उदयानिधि स्टालिन ने भी दिया विवादित बयान

इस लिस्ट में एक नाम तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे और DMK नेता उदयानिधि स्टालिन शामिल हैं। उदयनिधि जो सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मेलरिया से कर चुके हैं। उन्होंने अब राम मंदिर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह राम मंदिर के खिलाफ नहीं है, लेकिन मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने के खिलाफ हैं।

उदयानिधि स्टालिन ने कहा, "हमारे नेता ने कहा था कि धर्म और राजनीति को न मिलाएं। हम किसी भी मंदिर के विरोध में नहीं हैं, लेकिन जहां पहले मस्जिद थी उसे ध्वस्त करके जो मंदिर बनाया गया है, हम उसका समर्थन नहीं कर सकते।"

तंबू की गुड़िया से की भगवान राम की मूर्ति की तुलना

कर्नाटक कांग्रेस नेता और सरकार के मंत्री केएन राजन्ना ने तो भगवान राम की मूर्ति को गुड़िया ही करार दे दिया। उन्होंने कहा कि जब बाबरी मस्जिद को गिराया गया था, तब मैं अयोध्या गया था। तंबू में दो डॉल रखकर उन्हें ये लोग (BJP) राम भगवान कहने लगे। केएन राजन्ना आगे ये भी बोले कि जब घर के पास राम मंदिर जाते हैं तो हमें अलग तरह का महसूस होता है, लेकिन अयोध्या में मुझे कुछ भी महसूस नहीं हुआ।"

भगवान राम को मांसाहारी कहने पर घिरे थे NCP नेता

केवल कांग्रेस, DMK ही नहीं इसके अलावा कई विपक्षी पार्टियों ने राम मंदिर पर विवादित बयान दिए हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के एक नेता जितेंद्र आव्हाड ने तो भगवान राम को मांसाहारी तक बता दिया था। उन्होंने कहा था कि भगवान राम 14 साल के वनवास के समय जंगल में रहे। उन्होंने जंगल में जानवरों का शिकार किया क्योंकि शाकाहारी भोजन मिलना मुश्किल था। NCP नेता के इस बयान पर काफी विवाद हुआ और उन्हें चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।

यह भी पढ़ें: उद्धव कालाराम, ममता काली मंदिर... प्राण प्रतिष्ठा से दूर विपक्षी दलों का 22 जनवरी को है ऐसा प्लान?

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 18 January 2024 at 16:30 IST