अपडेटेड 1 November 2022 at 22:56 IST
कांग्रेस ‘मां-बेटे’ की पार्टी, परंपरा तोड़कर एक बार फिर हिमाचल में भाजपा की सरकार बनाएं: शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में ‘मां-बेटे’ कांग्रेस को चला रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में ‘मां-बेटे’ कांग्रेस को चला रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि आरोप पत्र में नामजद लोग राज्य में अच्छी सरकार कैसे दे सकते हैं? गृह मंत्री ने दिल्ली में कांग्रेस के नेताओं सोनिया गांधी व राहुल गांधी और हिमाचल प्रदेश में प्रतिभा सिंह तथा उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह की ओर इशारा करते हुए यह टिप्पणी की।
शाह ने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक भारत में “राजा-रानी” वाले दिन गए और यह आम आदमी का दौर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके बजाय काम की राजनीति पर ध्यान केंद्रित किया है।गृह मंत्री ने चंबा, करसोग और कसुम्पटी में कई जनसभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि किसी को भी पार्टी द्वारा दी गई “गारंटियों” पर विश्वास नहीं है। हिमाचल प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर आए शाह शिमला में रात बिताएंगे। उनका बुधवार को भी राज्य में चुनावी सभाओं को संबोधित करने का कार्यक्रम है।
उन्होंने चंबा में भट्टियाट से विधायक और 12 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार बिक्रम सिंह जरयाल के समर्थन में रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जनता से हिमाचल प्रदेश में किसी दल की लगातार दो बार सरकार नहीं बनने की परंपरा को तोड़ते हुए एक बार फिर भाजपा की सरकार बनाने का आग्रह किया।बाद में उन्होंने करसोग में निवर्तमान मंत्री सुरेश भारद्वाज के पक्ष में एक और “विजय संकल्प रैली” की तथा शिमला के पास कसुम्पटी में तीसरी रैली को संबोधित किया।
शाह ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेताओं के भाषण सुने हैं और उनके पास हिमाचल प्रदेश की इस परंपरा पर भरोसा करने के अलावा कुछ नहीं है।उन्होंने कहा, “इस परंपरा को बदलें और प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनाएं। इस परंपरा को तोड़कर दूसरी बार भाजपा की सरकार बनाएं और हम यहां मादक पदार्थों के धंधे को खत्म करके हिमाचल में मादक पदार्थ से मुक्ति सुनिश्चित करेंगे। (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदीजी ने आजादी का अमृत महोत्सव में मादक द्रव्य मुक्त भारत का संकल्प लिया है।”
शाह ने कांग्रेस पर ऊपरी और निचले हिमाचल के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा, “मैंने कांग्रेस नेताओं के भाषण सुने हैं। उनके पास 'रिवाज' पर जोर देने के अलावा कुछ नहीं है।”उन्होंने कहा, “लेकिन राहुल बाबा, ऊपरी हिमाचल और निचला हिमाचल दोनों भाजपा के अपने हैं और ऐसा ही राज्य के हर कोने में है।”शाह ने कहा कि केंद्र में अपनी सरकार के दौरान कांग्रेस कुल 12 लाख करोड़ रुपये के “घोटालों” के लिए जिम्मेदार थी।
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘वे अभी भी संतुष्ट नहीं हैं, वे अब हिमाचल प्रदेश आ गए हैं। आरोपपत्र का सामना करने वाले कैसे राज्य में अच्छी सरकार दे सकते हैं?”उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “देश में लोकतंत्र है और राजा-रानी के दिन गए। यह आम लोगों का दौर है। हमें ऐसी सरकार चुननी है जो राज्य के विकास के लिए काम करे।”शाह ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के भाषणों में विकास का कोई जिक्र नहीं है।
उन्होंने कहा, “दिल्ली में, यह मां-बेटे की पार्टी है और यहां भी मां-बेटे की पार्टी है, इसमें युवाओं के लिए कोई जगह नहीं है। युवाओं के लिए केवल भाजपा में जगह है।”करसोग रैली में शाह ने पूछा, “जब मां-बेटे को ही पार्टी चलानी है तो युवाओं के लिए जगह कहां है?”उन्होंने कहा कि मोदी ने देश में जातिवाद, तुष्टीकरण और भाई-भतीजावाद की कुरीतियों को समाप्त कर दिया है।
शाह ने कहा कि कांग्रेस ने तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को लागू करने की जवाहरलाल नेहरू की गलती को 60 वर्षों तक जारी रखा, जिसके कारण भारत के “मुकुट” को पीड़ा झेलनी पड़ी।उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो 60 साल में हासिल नहीं कर पाई, उसे मोदी ने आठ साल में संभव कर दिखाया।शाह ने कसुम्पटी में कहा, “राहुल बाबा, राजा-रानी के दिन गए। अब जो काम करेगा वह शासन करेगा। मोदीजी ने काम की राजनीति को महत्व दिया है।”
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा और आठ दिसंबर को मतगणना होगी।
Published By : Press Trust of India (भाषा)
पब्लिश्ड 1 November 2022 at 22:56 IST