अपडेटेड 19 September 2021 at 21:24 IST
चरणजीत सिंह चन्नी 48 साल की उम्र में बने पंजाब के सीएम, जानिए इनकी पूरी कहानी
चरणजीत सिंह चन्नी(Charanjit Singh Channi) चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। जानिए कौन है चरणजीत सिंह चन्नी।
पंजाब कांग्रेस ने लंबे खींचतान के बाद आखिर अपना मुख्यमंत्री (New CM of Punjab) चुन लिया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के इस्तीफे के बाद से पंजाब की राजनीति में उथल-पुथल जारी थी। 24 घंटे की उठा पटक के बाद नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगा दी गई है। पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत (Punjab Congress Incharge Harish Rawat) ने ट्वीट करके चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के नाम की घोषणा की है। सर्वसम्मति से पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में विधायक दल के नेता के तौर पर उन्हें चुना गया है।
शाम तक सीएम की कुर्सी की दौड़ में सुखजिंदर रंधावा का नाम सबसे आगे चल रहा था। इस बीच अंबिका सोनी का नाम भी सुनाई दिया था। अचानक सभी को पीछे छोड़ते हुए चरणजीत सिंह चन्नी ने सीएम की कुर्सी अपने नाम कर ली। चन्नी कांग्रेस का दलित-सिख चेहरा हैं। 48 साल की उम्र के चरणजीत सिंह पंजाब सरकार में तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण के पूर्व मंत्री थे।
यह भी पढ़ें- Punjab New CM Name: चरणजीत सिंह चन्नी होंगे पंजाब के नए मुख्यमंत्री, हरीश रावत ने ट्वीट कर दी जानकारी
कौन है चरणजीत सिंह चन्नी
चरणजीत सिंह चन्नी चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। मूलरूप से खरड़ के गांव बजौली के रहने वाले हैं। चरनजीत सिंह चन्नी के पिता हरसा सिंह का खरड़ में टेंट हाउस था। कॉलेज समय में चन्नी अपने पिता के टेंट हाउस में उनकी मदद करते थे। चन्नी ने MBA किया है और पंजाब यूनिवर्सिटी से PhD भी किया है।
- खरड़ नगर परिषद ने चन्नी ने पार्षद का चुनाव लड़कर अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की थी ।
- दो बार नगर परिषद के अध्यक्ष रहे।
- चमकौर साहिब कंसिस्टेंसी से तीसरी बार विधायक हैं।
- कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़कर खुद को साबित किया।
- चन्नी अकाली दल में शामिल हो गए थे।
- पार्टी को अलविदा कहकर कांग्रेस में शामिल हो गए।
- 2015 से 2016 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। उन्होंने सुनील जाखड़ का स्थान लिया था।
- 2017 में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुआई में कांग्रेस की सरकार बनी तो उन्हें टेक्निकल एजुकेशन और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग मंत्री बनाया गया।
- कांग्रेस के आलाकमान द्वारा घोषित पहले अनुसूचित जाति के मुख्यमंत्री हैं।
यह भी पढ़ें- नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार का अमरिंदर सिंह पर हमला, बोले- ‘अब उन्हें एंटी नेशनल कहा तो पूरी किताब खोल दूंगा’
चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ कुछ शिकायतें भी दर्ज है। एक आईएएस अधिकारी ने चन्नी के खिलाफ मध्यरात्रि के दौरान आपत्तिजनक संदेश भेजने की शिकायत की थी। इसके अलावा उनका एक वीडियो बहुत वायरल हुआ था जिसमें वे अपने मंत्रालय का निर्णय लेने के लिए सिक्का उछालते नजर आए थे।
Published By : Lipi Bhoi
पब्लिश्ड 19 September 2021 at 21:17 IST