अपडेटेड 25 December 2022 at 19:49 IST
अटल बिहारी वाजपेयी को ‘ब्रिटिश मुखबिर’ बताने पर हमलावर हुई BJP, शहजाद पूनावाला बोले ‘माफी मांगे कांग्रेस’
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अटल जी के अपमान पर कांग्रेस से माफी मांगने को कहा है।
कांग्रेस नेता गौरव पांधी (Gaurav Pandhi) के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Ex-PM AB Vajpayee) पर दिए गए विवादित बयान के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला (Shahzad Poonawala) ने अटल जी के अपमान पर कांग्रेस से माफी मांगने को कहा है।
शहजाद पूनावाला (Shahzad Poonawala) ने ट्वीट कर कहा है कि “कांग्रेस के प्रथम परिवार के निर्देश पर गौरव पांधी ने अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) पर निराधार हमला किया है, जिन्हें आज पूरा देश श्रद्धांजलि दे रहा है। यह एक संयोग नहीं बल्कि प्रयोग है। सावरकर से लेकर वाजपेयी तक सभी आदर्शों का अपमान करने के लिए कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए। साथ ही गौरव पांधी को बर्खास्त करना चाहिए।”
शहजाद पूनावाला ने अपने ट्वीट में कहा कि “पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की पंडित जवाहर लाल नेहरू और डॉ. मनमोहन सिंह ने तारीफ की थी। क्या वे गलत थे और क्या गौरव पांधी सही हैं? यह पांधी जैसे लोगों का उपयोग करके प्रथम परिवार की ओर से भारत के प्रतीक को कलंकित करने का एक जानबूझकर प्रयास है!"
गौरव पांधी ने किया 'अटल जी' का अपमान
बता दें कि कांग्रेस नेता गौरव पांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उनका अपमान किया है। पांधी ने दावा किया कि अटल जी ने ‘ब्रिटिश मुखबिर’ (British Informer) के रूप में काम किया। AICC के कॉर्डिनेटर गौरव पांधी ने यह भी दावा किया है कि “अटल बिहारी वाजपेयी ने नेली नरसंहार और बाबरी मस्जिद के विध्वंस में भीड़ को उकसाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।”
गौरव पांधी ने ट्वीट कर कहा कि “1942 में आरएसएस के अन्य सभी सदस्यों की तरह अटल बिहारी वाजपेयी की तरह भारत छोड़ो आंदोलन का बहिष्कार किया और उन्होंने ब्रिटिश मुखबिर के रूप में उन लोगों के खिलाफ रिपोर्टिंग की, जिन्होंने आंदोलन में हिस्सा लिया था। नेली नरसंहार हो या बाबरी विध्वंस उन्होंने भीड़ को उकसाने में अहम भूमिका निभाई थी।”
उन्होंने कहा कि “एक कारण है कि बीजेपी के नेता हमेशा मोदी की तुलना गांधी, पटेल या अन्य कांग्रेस नेताओं से करते हैं, न कि सावरकर वाजपेयी या गोलवलकर से, क्योंकि के सच्चाई जानते हैं।”
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 25 December 2022 at 19:49 IST