अपडेटेड 6 January 2024 at 18:35 IST

Bihar: सुशील मोदी के बयान पर तेजस्वी यादव का पलटवार, बोले- उन्हें अपना भविष्य बताना चाहिए

बिहार में इन दिनों राजनीतिक गलियारों की गहलचल बढ़ी हुई है। वहीं राम मंदिर को लेकर चल रहे सियासी हलचल के बीच सुशील मोदी के बयान पर तेजस्वी यादव ने पलटवार किया।

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Bihar Deputy CM Tejashwi Yadav. | Image: PTI

Bihar Politics: बिहार की राजनीति में इन दिनों सियासी उठापटक चल रही है। बार-बार जदयू में फूट की बात कही जा रही है। इन सबके बीच भारतीय जनता पार्टी और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) लगातार जदयू में दो फाड़ होने का दावा कर रही है। इन सबके बीच अयोध्या के राम मंदिर को लेकर तमाम विपक्ष सियासत करने में अपनी पूरी ताकत झोंक रहा है। अब भला ऐसे में बिहार के नेता पीछे कैसे रह जाते। बीते दिन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने राम मंदिर को लेकर सियासी बयानबाजी की थी। इसपर जब भाजपा नेता सुशील मोदी ने उन्हें घेरा तो तेजस्वी यादव फिर पलटवार करने लगे।

खबर में आगे पढ़ें:

  • राम मंदिर पर सियासी बवाल
  • तेजस्वी को सुशील मोदी ने घेरा 
  • सुशील मोदी पर तेजस्वी का पलटवार

दरअसल, तेजस्वी यादव ने एक कार्यक्रम में संबोधन के दौरान कहा था कि जब आप बीमार पड़ेंगे तो मंदिर जाएंगे या अस्पताल। इसी को लेकर भाजपा नेता सुशील मोदी ने बिहार के डिप्टी सीएम को घेर लिया। इसे लेकर जब मीडिया ने राजद नेता से सवाल किया को तेजस्वी यादव ने कहा कि हम अपना काम कर रहे हैं वे क्या बोल रहे हैं इसे बेहतर वही जानेंगे। सुशील मोदी को तो पहला अपना भविष्य बताना चाहिए।

राम मंदिर की काट में बेरोजगारी की चाल

बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीते दिन कहा, "आपलोगों को क्या दिया गया? बीमार पड़ोगे तो अस्पताल जाओगे या फिर मंदिर जाओगे? भूख लगेगी तो मंदिर जाइएगा क्या? वहां तो दान देना पड़ता है। आपको जब नौकरी मिलेगी, शिक्षा की व्यवस्था होगी, चिकित्सा की व्यवस्था होगी तभी ना हो पाएगा।" इसपर भाजपा नेता सुशील मोदी ने यादव परिवार के हाल ही के तिरुपति बालाजी मंदिर के दर्शन यात्रा का जिक्र करते हुए पूछा कि वो वहां क्यों गए थे?

12 जनवरी को नवनियुक्त शिक्षकों के दूसरे चरण को मिलेगा राज्यकर्मी का दर्जा

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, "आज भी खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र बांटे गए हैं। हम लोग अपने वादे को पूरा कर रहे हैं। आने वाले 12 जनवरी को लाखों की तादाद में दूसरे चरण के नवनियुक्त शिक्षकों को राजकीय दर्जा दिया जाएगा।"

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 6 January 2024 at 18:35 IST