अपडेटेड 15 March 2025 at 23:24 IST
'ओवैसी देशद्रोही हैं उनके खिलाफ एक्शन हो, वह औरंगजेब का...', वीर सावरकर के पोते भड़के
सावरकर ने साल 1944 के एक इस्लामी आतंकवादी कासिम रिजवी का जिक्र करते हुए कहा कि रिजवी ने हैदराबाद में रजाकार नाम के एक संगठन की स्थापना की थी।
असदुद्दीन ओवैसी के बयान को लेकर अब वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर का बयान आया है। उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के होली वाले दिन दिए गए बयान पर हमला बोलते हुए कहा कि ओवैसी का एकमात्र एजेंडा है भारत के मुसलमानों को गुमराह करना और उन्हें देश के खिलाफ भड़काना है। ऐसा नहीं कि वो ये काम कर रहे हैं। दरअसल ये काम उनके पूर्वज भी करते आए हैं और उन्हें भी ये काम विरासत में मिला है। सावरकर ने कभी संभाजी महाराज का अपमान नहीं किया। एएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी मुगल सम्राट औरंगजेब के विचारों का पालन करते हैं। भारत सरकार को ओवैसी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। वह खुद औरंगजेब की कब्र का सम्मान करते हैं। वह देशद्रोही हैं।
सावरकर ने साल 1944 के एक इस्लामी आतंकवादी कासिम रिजवी का जिक्र करते हुए कहा कि रिजवी ने हैदराबाद में रजाकार नाम के एक संगठन की स्थापना की थी। इस संगठन का उद्देश्य सिर्फ हिन्दुओं की हत्या उनकी बहू बेटियों से बलात्कार और उनका धर्मांतरण करना था। जब भारत सरकार ने उन्हें पाकिस्तान भेज दिया था तब पाकिस्तान ने ओवैसी के दादा को एआईएमआईएम को सौंप दिया था। एआईएमआईएम का उद्देश्य मुसलमानों को हिंदुओं के खिलाफ भड़काकर उन्हें खत्म करना है। वहीं रंजीत सावरकर ने ओवैसी के छोटे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि उसने कहा था कि '15 मिनट के लिए भारत को हमारे हाथों में दे दो और फिर देखो हम क्या करते हैं।'
शुक्रवार को असदुद्दीन ओवैसी ने दिया था भड़काऊ भाषण
वहीं इसके पहले शुक्रवार 14 मार्च के दिन जब पूरा देश होली के रंगों में सराबोर था तब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद के चौक-ए-मस्जिद में एक सभा को संबोधित किया था। इस सभा में ओवैसी ने कहा था, 'कुछ लोग कहते हैं कि देश के अल्पसंख्यक अगर इतना ही डरे हुए हैं तो उन्हें रमजान में जुमे की नमाज नहीं पढ़नी चाहिए और अपने घरों में ही रहना चाहिए। वे कहते हैं कि जैसे हमने मस्जिदों को ढका है वैसे ही हमें खुद को भी ढक लेना चाहिए। 'अगर वे सत्ता में आए, तो वे राज्य से मुसलमानों को निकाल देंगे'
...वो डरपोक थे, ये जियालों की औलाद
ओवैसी ने इसी दौरान सभा को संबोधित करते हुए आगे कहा था, 'बंगाल में लोग कहते हैं कि अगर वे सत्ता में आए तो वे राज्य से मुसलमानों को बाहर निकाल देंगे। जो लोग पाकिस्तान भाग गए, वे कायर थे। हम लोग कायर नहीं हैं और हम नहीं भागेंगे। देश के कई अन्य राज्यों में नेता बयान दे रहे हैं कि होली वाले दिन घर पर ही नमाज पढ़ें। रमजान के जुमे की नमाज घर पर भी पढ़ी जा सकती है। वे कौन होते हैं हमें ये बताने वाले कि हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।' ओवैसी ने आगे कहा,'वो डरपोक थे जो पाकिस्तान भाग गए थे। ये जियालों की औलाद है भागने वालों की औलाद नहीं है। अरे वो डरपोक थे, जो भाग गए, हमारे पूर्वज ईमान की दौलत से मालामाल थे। उन्होंने भारत को अपना वतन माना और मानते रहेंगे।'
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 15 March 2025 at 23:24 IST