अपडेटेड 30 December 2023 at 11:53 IST

26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को लाया जाएगा भारत! केंद्र ने पाक से आतंकी को सौंपने के लिए कहा

Terrorist Hafiz Saeed: भारत ने पाकिस्तान से 26/11 के मास्टरमाइंड और वांटेड हाफिज सईद को सौंपने के लिए डॉक्यूमेंट भेजा है।

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26/11 का मास्टरमाइंड लाया जा सकता है भारत! | Image: ANI

Terrorist Hafiz Saeed: भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से 26/11 हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को इंडिया के हवाले करने के लिए कहा है। इसकी जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय ने 29 दिसंबर, शुक्रवार को दी है।

खबर में आगे पढ़ें:

  • अरिंदम बगची ने पाकिस्तान को दिया अल्टीमेटम
  • पाकिस्तान में होने जा रहा है आम चुनाव

बता दें, पाकिस्तान में आम चुनाव होने जा रहा है, जिसकी कई वजहों से भारत में चर्चा हो रही है। इनमें से एक वजह ये है कि 26/11 हमले के मास्टरमाइंड सईद के बेटे सहित कट्टरपंथी संगठनों को भी पाकिस्तान में चुनाव लड़ने की अनुमती दी गई है। इसके लिए भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "पाकिस्तान अपनी राज्य नीति के एक हिस्से के रूप में कट्टरपंथी संगठनों को मुख्यधारा में शामिल कर रहा है। भारत स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है।" उन्होंने कहा कि भारत ने सभी प्रासंगिक सहायक दस्तावेजों के साथ पाकिस्तान से आतंकी सईद को भारत के हवाले करने के लिए कहा है।

UN में भी आतंकी घोषित है सईद

सईद को संयुक्त राष्ट्र में आतंकवादी घोषित किया जा चुका है। सईद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का संस्थापक है। वह मुंबई में 26/11 के घातक हमलों का मास्टरमाइंड है। इसके अलावा वो भारत में कई मामलों में वांटेड भी है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, साप्ताहिक "संबंधित व्यक्ति (हाफिज सईद) भारत में कई मामलों में वांछित है। वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी भी है। इस संबंध में, हमने प्रासंगिक सहायक दस्तावेजों के साथ एक अनुरोध भेजा है।"

पाक में कट्टरपंथी संगठनों का मुख्यधारा में आना नई बात नहीं...

उन्होंने कहा, "हम उन सभी मामलों को हाइलाइट कर रहे हैं, जिनके लिए वह वांटेड है। यह एक हालिया अनुरोध है। पाकिस्तान में कट्टरपंथी तत्वों के सामान्य होने और चुनावों में भाग लेने का मुद्दा... यह एक आंतरिक मामला है इसलिए मुझे इस पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए लेकिन, पाकिस्तान में कट्टरपंथी संगठनों का मुख्यधारा में आना कोई नयी बात नहीं है और लंबे समय तक यह उनकी राज्य नीति का हिस्सा रहा है।"

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 29 December 2023 at 21:50 IST