अपडेटेड 13 January 2024 at 07:38 IST

नो ट्रैफिक, नो सिग्‍नल, 2 घंटे का सफर 15 मिनट में...समुद्र पर बने Atal Setu के बारे में जानिए सबकुछ

PM Modi ने 12 जनवरी 2024 दिन शुक्रवार को देश के सबसे लंबे पुल 'अटल सेतु' का उद्घाटन किया। आइए जानते हैं इस ब्रिज की खासियत क्या है।

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क्या है अटल सेतु की खासियत? | Image: @Dev_Fadnavis

Mumbai, PM Modi Atal Setu Inauguration: महाराष्ट्र के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने मुंबई वासियों को बड़ी सौगात दी। उन्होंने 12 जनवरी 2024 शुक्रवार को देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन किया। इस पुल का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर 'अटल सेतु' रखा गया है। यह ब्रिज मुंबई से नवी मुंबई को आपस में जोड़ेगा। जिससे घंटों का सफर 15 मिनट में पूरा कर लिया जा सकेगा। चलिए जानते हैं Atal Setu की खासियत क्या-क्या है।

स्टोरी में आगे ये पढ़ें...

  • कब रखी गई थी अटल सेतु की आधारशिला?
  • Atal Setu पर स्पीड लिमिट क्या है?
  • Atal Setu ब्रिज का टोल टैक्स क्या है?
  • अटल सेतु की खासियत क्या-क्या है?

कब रखी गई थी अटल सेतु की आधारशिला?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल सेतु पुल की आधारशिला दिसंबर 2016 में रखी थी। इसे भारत के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर इसका नाम अटल सेतु रखा गया है।

Atal Setu पर स्पीड लिमिट क्या है?

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अटल सेतु पर चार पहिया वाहनों के लिए अधिकतम लिमिट 100 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है। वहीं मोटरसाइकिल, ऑटोरिक्शा और ट्रैक्टरों का परिचालन प्रतिबंधित रखा गया है, लेकिन पुल पर चढ़ने और उतरने पर इसे घटाकर 40 किमी प्रति घंटे करना होगा।

Atal Setu ब्रिज का टोल टैक्स क्या है?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अटल सेतु ब्रिज पर सफर करने वाले लोगों को 250 रुपए का टोल टैक्स चुकाना होगा। जानकारी के मुताबिक मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण ने पहले इस पर 500 रुपए का टोल टैक्स तय किया था, लेकिन 4 जनवरी को हुई बैठक में इसे आधा कर दिया गया।

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अटल सेतु की खासियत क्या-क्या है?

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सबसे लंबे ब्रिज का उद्घाटन किया, जिसकी लागत 17 हजार 8 सौ 40 करोड़ रुपये है।
  • यह ब्रिज दक्षिण मुंबई को नवी मुंबई में न्हावा-शेवा से जोड़ने वाला भारत का यह सबसे लंबा पुल होने के साथ देश का सबसे लंबा समुद्री पुल भी है।
  • यह पुल मुंबई को नवी मुंबई को आपस में जोड़ेगा, जिससे दो घंटे के सफर को लगभग 15 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही, पुणे, गोवा और दक्षिण भारत का सफर भी कम समय में पूरा हो सकेगा।
  • अटल सेतु की लंबाई 21.8 किलोमीटर है। इस पुल का 16.5 किलोमीटर हिस्सा समुद्र के ऊपर और 5.5 किलोमीटर हिस्सा जमीन के ऊपर बना हुआ है। ये 6 लेन वाला रोड ब्रिज है।
  • अटल सेतु को बनाते समय सुरक्षा का पुरा ध्यान रखा गया है। इस पुल पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले 190 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
  • अटल सेतु पुल में एफिल टावर की तुलना में 17 गुना अधिक स्टील लगा है और कोलकाता के हावड़ा ब्रिज से चार गुना स्टील का इस्तेमाल किया गया है।
  • इस पुल के निर्माण में जो कंक्रीट इस्तेमाल किया गया है, वह अमेरिका के स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से छह गुना ज्यादा है।
  • यह ब्रिज इतना मजबूत है कि इस पर भूकंप, हाई डाइड और तेज हवाओं के दबाव का असर नहीं होगा।
  • इस पुल का निर्माण एपॉक्सी-स्ट्रैंड्स वाले विशेष मैटेरियल से किया गया है, जिनका उपयोग परमाणु रिएक्टरों के निर्माण के लिए किया जाता है।

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 12 January 2024 at 22:52 IST