अपडेटेड 19 July 2025 at 16:43 IST
Air India Plane Crash: गैर जिम्मेदाराना रिपोर्टिंग के लिए पायलट फेडेरेशन ने लिया एक्शन, रॉयटर्स समेत इस इस अंतरराष्ट्रीय मीडिया को भेजा नोटिस
FPI की मीडिया को भेजी गई कानूनी नोटिस में कहा गया, 'हम रिकॉर्ड पर इस बात को रखना चाहते हैं कि इस तरह की अटकलों पर आधारित कंटेंट का प्रकाशन बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना है। मीडिया की इस भ्रामक रिपोर्टिंग से हादसे में अपनी जान गंवाने वाले पायलटों की प्रतिष्ठा को गंभीर और अपूरणीय क्षति पहुंची है, जो अब स्वयं का बचाव नहीं कर सकते। रॉयटर्स ने शोकाकुल परिवारों को भी अनावश्यक पीड़ा दी है।
भारतीय पायलट महासंघ (FIP) ने वॉल स्ट्रीट जर्नल और रॉयटर्स के खिलाफ कानूनी कदम उठाया है। भारतीय पायलट महासंघ ने यह कदम 12 जून को हुए एअर इंडिया दुर्घटना पर आई मीडिया रिपोर्ट्स के बाद उसके जवाब में ये कदम उठाया है। मीडिया की इन रिपोर्ट्स में हादसे का संभावित कारण पायलट की त्रुटि या कॉकपिट में असमंजस की स्थिति को बताया गया था। पायलट महासंघ ने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया द वॉल स्ट्रीट जर्नल और रॉयटर्स के खिलाफ ये एक्शन लिया है। फेडरेशन का आरोप है कि इन मीडिया हाउस ने बिना किसी ठोस सबूत के ही इस हादसे की वजह को पायलटों की गलती करार दे दिया था। ये पूरी तरह से भ्रामक और गलत है।
एफआईपी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस हादसे को लेकर कुछ मीडिया संस्थानों ने जो रिपोर्ट प्रकाशित की हैं, वे केवल अटकलों पर आधारित हैं और जांच के आधिकारिक निष्कर्ष सामने आने से पहले ही ऐसे कयास लगाना अनुचित और नुकसानदेह है। उन्होंने मीडिया से औपचारिक माफी की मांग की है और आग्रह किया है कि भविष्य में इस तरह की लापरवाह रिपोर्टिंग से बचा जाए।
रिपोर्टिंग से पायलटों का मनोबल कमजोर
कानूनी नोटिस में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि ऐसी रिपोर्टों ने मृत पायलटों की छवि को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है। चूंकि वे अब अपना पक्ष रखने में असमर्थ हैं, ऐसे में उनके बारे में अनुमान आधारित बातें न केवल अनैतिक हैं, बल्कि उनके परिजनों को भी मानसिक आघात पहुंचाती हैं। इसके साथ ही, एफआईपी ने यह भी चेताया कि इससे देशभर में कार्यरत पायलटों का आत्मविश्वास और मनोबल प्रभावित हो रहा है, जो पहले से ही एक बेहद जिम्मेदार और तनावपूर्ण माहौल में काम कर रहे हैं।
ये डर या अफवाह फैलाने का समय नहीं
एफआईपी ने मीडिया संस्थानों से अपील की है कि वे जिम्मेदारी से पेश आएं और भारतीय विमानन प्रणाली की छवि को बिना पुख्ता तथ्यों के खराब करने से बचें। उन्होंने कहा कि हादसा भले ही चौंकाने वाला रहा हो, लेकिन यह समय डर या अफवाह फैलाने का नहीं है, बल्कि धैर्य और तथ्यों पर आधारित सोच का है।
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में क्या सामने आया?
इस हादसे की जांच कर रहे एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) की शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, क्रैश से ठीक पहले विमान के दोनों इंजनों में ईंधन की आपूर्ति रुक गई थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि फ्यूल कंट्रोल स्विच "रन" की स्थिति से ‘कटऑफ’ में चले गए थे, जिससे इंजन बंद हो गए। इसके अलावा, पायलटों के बीच इन स्विचों को लेकर आखिरी क्षणों में बातचीत भी दर्ज हुई है, जो यह संकेत देती है कि टेक्निकल गड़बड़ी या मानवीय भूल की जांच अभी बाकी है।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 19 July 2025 at 16:43 IST