अपडेटेड 21 February 2025 at 18:18 IST
लोग सेहत को लेकर Generative AI से पूछ रहे सवाल, खतरनाक हो सकता है गलत जवाब
ज़्यादातर लोग अपने रोज़मर्रा और पेशेवर जीवन में मदद के लिए ‘जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ की ओर रुख कर रहे हैं।
ज़्यादातर लोग अपने रोज़मर्रा और पेशेवर जीवन में मदद के लिए ‘जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ की ओर रुख कर रहे हैं। चैटजीपीटी सबसे मशहूर और व्यापक रूप से उपलब्ध जनरेटिव एआई टूल में से एक है। यह किसी भी सवाल का मुफ़्त में सटीक और विश्वसनीय जवाब देता है। लोगों के लिए जनरेटिव एआई टूल की मदद से स्वास्थ्य के बारे में जानने की बहुत संभावना है। लेकिन उत्तर हमेशा सही नहीं होते। स्वास्थ्य सलाह के लिए सिर्फ चैटजीपीटी पर निर्भर रहना जोखिम भरा हो सकता है और अनावश्यक चिंता का कारण बन सकता है।
जनरेटिव एआई अब भी अपेक्षाकृत एक नयी प्रौद्योगिकी है, और लगातार बदल रही है। हमारा नया अध्ययन इस बारे में पहला ऑस्ट्रेलियाई डेटा प्रदान करता है कि स्वास्थ्य संबंधी सवालों के जवाब देने के लिए कौन चैटजीपीटी का उपयोग कर रहा है, और किस उद्देश्य से। परिणाम लोगों को यह बताने में मदद कर सकते हैं कि वे अपने स्वास्थ्य के लिए इस नयी प्रौद्योगिकी का उपयोग कैसे करें, और इसे सुरक्षित रूप से उपयोग करने के लिए आवश्यक नए कौशल - दूसरे शब्दों में, ‘‘एआई स्वास्थ्य साक्षरता’’ का निर्माण करें।
स्वास्थ्य के लिए चैटजीपीटी का उपयोग कौन करता है? वे क्या पूछते हैं?
जून 2024 में हमने 2,000 से अधिक ऑस्ट्रेलियाई लोगों का राष्ट्रीय प्रतिनिधि नमूना लेते हुए पूछा कि क्या उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी प्रश्नों के उत्तर देने के लिए चैटजीपीटी का उपयोग किया है।
साल 2024 की पहली छमाही में दस में से एक (9.9 प्रतिशत) ने चैटजीपीटी से स्वास्थ्य संबंधी प्रश्न पूछा था।
औसतन उन्होंने बताया कि वे ‘‘कुछ हद तक’’ चैटजीपीटी पर भरोसा करते हैं (5 में से 3.1)।
हमने यह भी पाया कि स्वास्थ्य के लिए चैटजीपीटी का उपयोग करने वाले लोगों का अनुपात उन लोगों में अधिक था जिनकी स्वास्थ्य साक्षरता कम थी, जो गैर-अंग्रेजी भाषी देश में पैदा हुए थे, या घर पर दूसरी भाषा बोलते थे।
इससे पता चलता है कि चैटजीपीटी उन लोगों की सहायता कर रहा है, जिन्हें ऑस्ट्रेलिया में स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के पारंपरिक रूपों से जुड़ने में कठिनाई होती है।
चैटजीपीटी से लोगों द्वारा पूछे जाने वाले सबसे आम प्रश्न निम्नलिखित थे:
- -स्वास्थ्य स्थिति के बारे में सीखना (48 प्रतिशत)
- -लक्षणों का अर्थ जानना (37 प्रतिशत)
- -क्रियाओं के बारे में पूछना (36 प्रतिशत)
- -या चिकित्सा संबंधी शब्दों को समझना (35 प्रतिशत)।
आधे से ज़्यादा (61 प्रतिशत) लोगों ने कम से कम एक सवाल पूछा जिसके लिए आमतौर पर चिकित्सकीय सलाह की ज़रूरत होती है। हमने इन सवालों को ‘‘जोखिम भरा’’ बताया। चैटजीपीटी से अपने लक्षणों के बारे में पूछना आपको एक मोटा-मोटा अंदाज़ा दे सकता है, लेकिन यह चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं हो सकता।
जो लोग गैर-अंग्रेजी भाषी देश में पैदा हुए थे या जिनके घर में कोई अन्य भाषा बोली जाती थी उनके द्वारा इस प्रकार के प्रश्न पूछने की संभावना अधिक थी।
इसका क्या महत्व है?
स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए जनरेटिव एआई का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या बढ़ने की संभावना है। हमने अपने अध्ययन में पाया कि जिन लोगों ने अभी तक स्वास्थ्य के लिए चैटजीपीटी का उपयोग नहीं किया है, उनमें से 39% लोग अगले छह महीनों में ऐसा करने पर विचार कर रहे हैं।
यदि हम गूगल जेमिनी, माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट और मेटा एआई जैसे अन्य उपकरणों पर विचार करें तो स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए जनरेटिव एआई 'टूल' का उपयोग करने वाले लोगों की कुल संख्या और भी अधिक है।
विशेष रूप से, हमारे अध्ययन में हमने देखा कि सांस्कृतिक और भाषाई रूप से विविध समुदायों के लोग स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए चैटजीपीटी का उपयोग करने की अधिक संभावना रखते हैं।
यदि वे चैटजीपीटी से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी का अनुवाद करने के लिए कह रहे थे, तो इससे जटिलता का स्तर और बढ़ जता है, क्योंकि जनरेटिव एआई उपकरण आम तौर पर अन्य भाषाओं में कम सटीक होते हैं।
इस जानकारी के लिए आप और कहां जा सकते हैं?
हमें लोगों को इस बात पर ध्यानपूर्वक सोचने में मदद करनी होगी कि वे एआई उपकरणों से किस प्रकार के प्रश्न पूछ रहे हैं, तथा उन्हें उचित सेवाओं से जोड़ना होगा जो इन जोखिमपूर्ण प्रश्नों का उत्तर दे सकें।
हेल्थडायरेक्ट जैसे संगठन राष्ट्रीय स्तर पर निःशुल्क हेल्पलाइन उपलब्ध कराते हैं, जहां आप पंजीकृत नर्स से बात कर सकते हैं कि आपको अस्पताल जाना है या डॉक्टर को दिखाना है।
हेल्थडायरेक्ट आपको अपने अगले कदम को तय करने में मदद के लिए एक ऑनलाइन लक्षणों की जांच वाला 'टूल' भी उपलब्ध कराता है।
हमें अपने समुदाय को एआई स्वास्थ्य साक्षरता कौशल से लैस करने की तत्काल आवश्यकता है। जैसे-जैसे ज़्यादा लोग स्वास्थ्य के लिए एआई उपकरणों का इस्तेमाल करेंगे, यह ज़रूरत बढ़ती जाएगी। साथ ही एआई उपकरणों के विकसित होने के साथ-साथ इसमें बदलाव भी आएगा।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 21 February 2025 at 18:18 IST