अपडेटेड 26 October 2025 at 18:44 IST

पाकिस्तान की घटिया हरकत, भारतीय सेना को बदनाम करने की साजिश बेनकाब, Republic के कार्यक्रम में दिए DGMO के भाषण से छेड़छाड़ कर फैलाया Fake Video

जिस वीडियो क्लिप को बदलकर पेश किया गया है, वह लेफ्टिनेंट जनरल घई के 18 अक्टूबर, 2025 को रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के "फोर्सेस फर्स्ट कॉन्क्लेव" के दौरान दिए गए उनके असली भाषण से लिया गया था।

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Pro-Pak Social Media Handle Uses Deepfake to Malign Indian Army; PIB Fact Checks Altered DGMO Speech | Image: PIB Fact Check X

भारतीय सेना की छवि को खराब करने की एक साजिश में पाकिस्तान समर्थक सोशल मीडिया हैंडल ने डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (स्ट्रेटजी) और मिलिट्री ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई के एक भाषण से छेड़छाड़ कर के प्रोपगैंडा फैलाने का काम किया है।

भारत सरकार ने फर्जी खबरें फैलाकर भारतीय सेना की छवि धूमिल करने के इस दुर्भावनापूर्ण प्रयास की कड़ी निंदा की है। प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेक यूनिट ने अपने ‘X’ हैंडल पर इस फेक वीडियो को पोस्ट करते हुए ऐसे हैंडलों द्वारा फैलाई जा रही झूठी जानकारी से सावधान रहने की चेतावनी दी।

🚨 Deepfake Video Alert 🚨

Pakistani propaganda accounts are circulating a digitally altered video of Lieutenant General Rajiv Ghai with false claims suggesting he said that politicization or saffronization of the Indian Armed Forces would damage the morale of the Army… pic.twitter.com/NyOEz2E2af

— PIB Fact Check (@PIBFactCheck)

पीआईबी फैक्ट चेक यूनिट ने वीडियो को "फर्जी" बताते हुए लिखा, “पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा अकाउंट लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई का एक छेड़छाड़ किया गया वीडियो फैला रहे हैं, जिसमें झूठे दावे किए गए हैं कि उन्होंने कहा है कि भारतीय सशस्त्र बलों का राजनीतिकरण या भगवाकरण सेना के मनोबल को नुकसान पहुंचाएगा... लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।”

पीआईबी ने क्या कहा

सरकारी एजेंसी ने इस एजेंडे को उजागर करते हुए पुष्टि की कि वीडियो को डीपफेक का इस्तेमाल करके बदला गया था। पीआईबी ने कहा, "यह AI-जनरेटेड फेक वीडियो लोगों को गुमराह करने और भारतीय सशस्त्र बलों के खिलाफ अविश्वास पैदा करने के लिए फैलाया जा रहा है।"

‘रिपब्लिक’ के कार्यक्रम में दिया था भाषण 

जिस वीडियो क्लिप को बदलकर पेश किया गया है, वह लेफ्टिनेंट जनरल घई के 18 अक्टूबर, 2025 को रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के "फोर्सेस फर्स्ट कॉन्क्लेव" के दौरान दिए गए उनके असली भाषण से लिया गया था।

संदर्भ के लिए, पीआईबी ने मूल वीडियो का लिंक भी शेयर किया है।

मालूम हो कि पाकिस्तान समर्थक हैंडल लगातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल झूठी जानकारी फैलाने और भारत की छवि खराब करने की कोशिश करते रहे हैं। यह सेना को बदनाम करने और भारतीय सेना को निशाना बनाने की एक साजिश है।

झूठे और गलत दावों का पर्दाफाश करने वाली पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने जनता से आग्रह किया है कि वे ऐसे किसी भी कंटेंट को तुरंत रिपोर्ट करें: "यदि आपके सामने ऐसी कोई सामग्री आती है, तो कृपया तुरंत रिपोर्ट करें: +91 8799711259, factcheck@pib.gov.in ।"

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Published By : Subodh Gargya

पब्लिश्ड 26 October 2025 at 18:44 IST