अपडेटेड 29 April 2025 at 23:48 IST
चीन को झटका... पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की तरफदारी में उलझा रहा ड्रैगन, भारत ने अमेरिका के साथ मिल कर दिया बड़ा खेला
पहलगाम हमले के बाद चीन पाकिस्तान की तरफदारी में उलझा रहा और भारत-अमेरिका ने मिलकर बड़ा खेल कर दिया। ड्रैगन देखता ही रह गया।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बीच अमेरिका में ट्रंप सरकार की ओर से लगाए गए टैरिफ को लेकर हलचल कम हो गई थी। भारत के ऊपर एक कायरतापूर्ण आतंकी हमला किया गया। एक सोची समझी साजिश के तहत इस हमले को अंजाम दिया गया। ऐसे में चीन जब तक पाकिस्तान की तरफदारी में उलझा रहा, तब तक भारत ने अमेरिका के साथ मिलकर बड़ा खेल कर दिया। चीन पाकिस्तान को अपना समर्थन देने में लगा रहा, और इधर भारत ने अमेरिका के साथ ट्रेड को लेकर आखिरी चरण की बातचीत भी पूरी कर ली है। तभी तो अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की भारत यात्रा के दौरान अमेरिका और भारत ने व्यापार समझौते के संबंध में "कुछ बहुत अच्छी प्रगति" की है और जल्द ही कुछ घोषणाएं की जा सकती हैं।
अमेरिकी मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए अमेरिकी ट्रेजरी सचिव बेसेंट ने कहा, "मुझे खुशी है कि आपने हमारे एशियाई व्यापारिक साझेदारों और सहयोगियों का ज़िक्र किया। डील करने के मामले में वे सबसे आगे रहे हैं। जैसा कि मैंने बताया, उपराष्ट्रपति वेंस पिछले हफ्ते भारत में थे। मुझे लगता है कि उन्होंने और प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ बहुत अच्छी प्रगति की है। इसलिए, मैं भारत के बारे में कुछ घोषणाएं देख सकता हूं। मैं रिपब्लिक ऑफ कोरिया के साथ डील की रूपरेखा देख सकता हूं और फिर हमने जापानियों के साथ पर्याप्त बातचीत की है।"
सफल रहा जेडी वेंस का भारत दौरा!
बता दें, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस 21 से 24 अप्रैल तक भारत की आधिकारिक दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को पूरा करने के लिए चल रही वार्ता के लिए संदर्भ की शर्तों को अंतिम रूप दे दिया है। उपराष्ट्रपति वेंस ने जयपुर में एक कार्यक्रम में कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी ने फरवरी में घोषणा की थी कि हमारे देशों का लक्ष्य दशक के अंत तक अपने पार्श्व व्यापार को दोगुना से अधिक बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर करना है। मुझे पता है कि उन दोनों का यही मतलब था और मैं हर चीज से उत्साहित हूं। हमारे देश हमें वहां तक पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं।"
भारत-अमेरिका ट्रेड पर बातचीत अंतिम चरण में
उन्होंने कहा कि दोनों सरकारें साझा प्राथमिकताओं पर आधारित व्यापार समझौते पर काम कर रही हैं, जिसमें नई नौकरियां पैदा करना, टिकाऊ आपूर्ति श्रृंखलाओं का निर्माण करना और श्रमिकों के लिए समृद्धि हासिल करना शामिल है। उपराष्ट्रपति ने अपने दौरे के दौरान कहा, "हमारी बैठक में, पीएम मोदी और मैंने उन सभी बिंदुओं पर बहुत अच्छी प्रगति की है। और हम खासतौर से औपचारिक रूप से यह घोषणा करते हुए उत्साहित हैं कि अमेरिका और भारत ने व्यापार वार्ता के लिए संदर्भ की शर्तों को आधिकारिक रूप से अंतिम रूप दे दिया है। मुझे लगता है कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है। मेरा मानना है कि यह राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि यह हमारे राष्ट्रों के बीच अंतिम सौदे की दिशा में एक रोडमैप निर्धारित करता है।"
अंतिम चरण की बातचीत के लिए भारतीय प्रतिनिधि पहुंचे थे US
भारत ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत के लिए बैठकें सकारात्मक हैं। उन्होंने दोनों देशों की चर्चाओं को फलदायी बताया। भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चल रही चर्चाओं के हिस्से के रूप में, भारत के वाणिज्य विभाग और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के प्रतिनिधियों ने 23-25 अप्रैल, 2025 को वाशिंगटन, डीसी में मुलाकात की। यह मार्च 2025 में नई दिल्ली में आयोजित पहले की द्विपक्षीय चर्चाओं के बाद है। मंत्रालय ने आगे कहा कि वाशिंगटन, डीसी में बैठकों के दौरान टीम ने टैरिफ और गैर-टैरिफ मामलों सहित कई विषयों पर उपयोगी चर्चा की।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 29 April 2025 at 23:48 IST