अपडेटेड 16 July 2024 at 23:17 IST
NIA ने अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी गिरोह के 4 सदस्यों को किया गिरफ्तार, लालच देकर भेजते थे विदेश
एनआईए ने नौकरियों का लालच देकर भारतीय युवाओं को तस्करी के माध्यम से विदेश भेजने के सिलसिले में चार प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने नौकरियों का लालच देकर भारतीय युवाओं को तस्करी के माध्यम से विदेश भेजने के सिलसिले में चार प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को जारी एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गयी। बयान के अनुसार इन आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार किया गया और उनकी पहचान दिल्ली के मंजूर आलम उर्फ गुड्डू, बहादुरगढ़ (हरियाणा) के साहिल और आशीष उर्फ अखिल तथा सीवान (बिहार) के पवन यादव उर्फ अफरोज उर्फ अफजल के रूप में हुई है।
एनआईए की जांच में खुलासा
एनआईए की जांच में खुलासा हुआ है कि ये लोग एक संगठित तस्करी गिरोह का हिस्सा हैं जो भारतीय युवाओं को आकर्षक नौकरी दिलाने का लालच देकर उन्हें तस्करी के माध्यम से दूसरे देशों में भेजता है। एनआईए के बयान में कहा गया है, ‘‘तस्करी के माध्यम से बाहर भेजे जाने वाले इन युवकों से लाओस, गोल्डेन ट्राएंगल सेज तथा दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र के अन्य स्थानों पर फर्जी कॉल सेंटर में जबरन काम करवाया जाता था और इस पूरे धंधे में भारत के विभिन्न हिस्सों, लाओस एवं अन्य देशों में सक्रिय विदेशी नागरिकों का एक विशाल नेटवर्क सक्रिय था।’’
एनआईए ने कहा कि इन कॉल सेंटर के माध्यम से युवकों को निवेश घोटाले, ‘रिलेशनशिप’ घोटाले , ‘क्रिप्टोकरेंसी’ घोटाले जैसी अवैध ऑनलाइन गतिविधियां करने के लिए बाध्य किया जाता था। एनआईए ने 19 जून को दिल्ली पुलिस से इस मामले की जांच अपने हाथ में ली थी।
मई में जांच एजेंसी ने छह राज्यों एवं दो केंद्रशासित प्रदेशों में वहां की पुलिस की मदद से 15 स्थानों की सघन तलाशी ली थी। इन तलाशी के फलस्वरूप मानव तस्करी और साइबर ठगी मामलों के सिलसिले में आठ नयी प्राथमिकी दर्ज की गयीं। एनआईए ने जून में मुंबई में ऐसे ही एक मामले में विदेशी नागरिकों समेत पांच आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 16 July 2024 at 23:17 IST