अपडेटेड 21 August 2021 at 18:24 IST
Happy Onam 2021: जानिए दक्षिण भारत में क्या है इस पर्व की खासियत, पढ़ें ओणम की पौराणिक कहानी
दक्षिण भारत में लोकप्रिय ओणम (Onam) का मुख्य पर्व आज यानि 21 अगस्त से मनाया जा रहा है।
दक्षिण भारत में लोकप्रिय ओणम (Onam) का मुख्य पर्व आज यानि 21 अगस्त से मनाया जा रहा है। ओणम, जिसे 'थिरु-ओणम' (Thiru-Onam) या 'थिरुवोनम' (Thiruvonam) के नाम से भी जाना जाता है। मलयालम कैलेंडर के पहले महीने, चिंगम (Chingam) में इस त्यौहार को मनाया जाता है। यह केरल में सबसे प्रसिद्ध समारोहों में से एक है। बता दें कि ओणम की तैयारी और उत्सव दस दिनों तक चलती हैं और इस साल इसका आयोजन 22 अगस्त से शुरू हुआ है।
Happy Onam 2021; केरल पर्यटन द्वारा ओणम में भोजन का महत्व
पौराणिक कहानियों के मुताबिक, दुनिया भर में मलयाली केरल के 10-दिवसीय त्यौहार को फसल उत्सव और महान राजा महाबली की घर वापसी को एक शानदार दावत के साथ मनाते हैं, जिसे ओणम साध्या (Onam Sadhya) के नाम से जाना जाता है। इस भव्य दावत के लिए पारंपरिक रूप से दो दर्जन से अधिक शाकाहारी व्यंजन बनाए जाते हैं और केले के पत्ते पर परोसा जाता है।
बता दें कि केरल टूरिज्म अकाउंट ने ट्विटर पर ओणम साध्य उत्सव का एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें प्रतिभागी अपने हाथों से केले के पत्ते पर दिए जाने वाले विभिन्न व्यंजनों का सेवन करते है। वहीं टूरिज्म अकाउंट ने ट्विटर पर ओणम से संबंधित कुछ अन्य पोस्ट भी शेयर किए है।
ओणम साध्य भोजन में व्यंजनों के नाम
साध्य भोजन को केले के पत्ते पर परोसा जाता है। इसमें आम तौर पर 9 तरह की चीजे होती हैं लेकिन इसमें 2 दर्जन से अधिक व्यंजन भी शामिल हो सकते हैं। उनमें से कुछ मुख्य व्यंजन के नाम नीचे दिए गए हैं।
केले के चिप्स या अन्य चिप्स
शरकारावेरत्ती (गुड़ के साथ लेपित केले के तले हुए टुकड़े)
पप्पदम
विभिन्न सब्जी और सूप जैसे इंजिपुली
तोरन
मेझुक्कुपुरट्टी
कालानी
ओलाना
अवियल
सांभरी
दाल को थोड़ी मात्रा में घी के साथ परोसा गया
एरीशेरी
मोलोस्यम
रसम
पुलिसेरी (जिसे वेलुथा करी भी कहा जाता है)
खिचड़ी
पचड़ी (मीठा )
मोरू (पानी के साथ छाछ या दही मिलाकर)
अचार मीठा और खट्टा दोनों
नारियल की चटनी
पायसम (दूध, चीनी, गुड़ और अन्य पारंपरिक भारतीय व्यंजनों से बना एक मीठा व्यंजन)
करी के साथ 'केरल मट्टा' चावल
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ओणम 2021 नए साल का प्रतीक है
ओणम मलयालम कैलेंडर के चिंगम महीने में मनाया जाता है, जो इस संस्कृति में नए साल का पहला महीना है। यह समारोह मलयालम नव वर्ष पर शुरू होता है। ये पूरे दस दिनों तक चलता है, जिसका समापन थिरुवोनम में होता है। अथम, चिथिरा, चोढ़ी, विशाकम, अनिझम, थ्रीकेता, मूलम, पूरदम, उत्तरदम और थिरुवोनम को इन दस दिन के क्रम में मनाया जाता हैं। इस त्योहार का झंडा फहराने के साथ, इस विष्णु मंदिर को ओणम का केंद्र बिंदु और राजा महाबली का निवास स्थान माना जाता है।
ओणम कैसे मनाया जाता है?
इस दिन रंगीन परेड आयोजित की जाती हैं, जिसमें केरल की संस्कृति की विशेषताओं को झांकियों के साथ दर्शाया जाता है। नाव दौड़, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल प्रतियोगिताएं, नृत्य आयोजन, मार्शल आर्ट, पुष्प रंगोली - पुक्कलम, प्रार्थना, खरीदारी, और दावतों में परिवार के साथ समय बिताना कुछ इस तरह से ओणम का उत्सव मनाया जाता हैं। वहीं इसके दूसरे दिन पुरुष और महिलाए दोनों पारंपरिक पोशाक पहनते हैं।
Published By : Priya Gandhi
पब्लिश्ड 21 August 2021 at 18:24 IST