अपडेटेड 22 October 2023 at 09:19 IST
Navratri 8th Day: अष्टमी पर होगी मां महागौरी की पूजा, अर्पित करें मां का प्रिय भोग और फूल, कष्ट होंगे दूर
Shardiya Navratri के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा अर्चना की जाती है। ऐसे में इन्हें प्रसन्न करने के लिए पूजा में इनका प्रिय फूल और भोग जरूर शामिल करें।
Maa Mahagauri Navratri 8th Day: नवरात्रि के नौ दिनों तक मां भगवती के अलग-अलग रूपों की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है और उनके स्वरूप के मुताबिक उन्हें फूल और भोग अर्पित किया जाता है। अष्टमी के नाम से जाना जाने वाला नवरात्र का आठवां दिन मां महागौरी को समर्पित है। यह बहुत ही खास होता है, क्योंकि इस दिन कन्या पूजन भी किया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं गौरी माता को कौन सा फूल और भोग अर्पित करने से आपके कष्टों का नाश होगा।
स्टोरी में आगे ये पढ़ें...
- मां महागौरी का स्वरूप कैसा है?
- क्यों की जाती है मां महागौरी की पूजा?
- मां महागौरी का प्रिय भोग और फूल क्या है?
मां महागौरी का स्वरूप कैसा है?
मां दुर्गा का आठवां स्वरूप महागौरी देवी का हैं। इनके वस्त्र और आभूषण सफेद हैं। इनकी चार भुजाएं हैं और वाहन बैल है। देवी के दाहिने ओर के ऊपर वाले हाथ में अभय मुद्रा और नीचे वाले हाथ में त्रिशूल है। बाएं ओर के ऊपर वाले हाथ में डमरू और नीचे वाले हाथ में वर मुद्रा है। इनका स्वभाव अति शांत है।इनकी आयु आठ वर्ष की मानी हुई है।
क्यों कि जाती है मां महागौरी की पूजा?
मां महागौरी की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। कहते हैं इनकी विधिवत पूजा अर्चना करने से विवाह में आ रही समस्याएं दूर हो जाती है और मां की कृपा से मनपसंद जीवनसाथी भी मिलता है। इसके अलावा मां महागौरी अपने भक्तों के जीवन में आने वाले सारे कष्टों का नाश करती हैं और पापों से मुक्ति दिलाती है। महागौरी की पूजा करने से सुख-समृद्धि के साथ सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
मां महागौरी का प्रिय भोग और फूल क्या है?
गौरी माता का प्रिय फूल
मां महागौरी को रात की रानी का फूल बहुत ही अधिक प्रिय है। इनका राहु ग्रह पर आधिपत्य है, जिन लोगों की कुंडली में राहु दोष हो उन्हें महागौरी की पूजा करनी चाहिए। इससे जातक को राहु दोष से मुक्ति मिलती है।
मां महागौरी का प्रिय भोग
मां महागौरी को काले चने का भोग अतिप्रिय है। इसलिए इनकी पूजा में काले चने का भोग लगाना न भूलें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 22 October 2023 at 09:13 IST