अपडेटेड 15 November 2024 at 12:21 IST

BREAKING: दिल्ली का सराय काले खां ISBT चौक कहलाएगा बिरसा मुंडा चौक, केंद्र सरकार ने बदला नाम

भगवान बिरसा मुंडा के 150वीं जयंती के मौके पर भारत सरकार ने बड़ा ऐलान कर दिया है। दिल्ली में सराय काले खां ISBT चौक अब बिरसा मुंडा चौक कहलाएगा।

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मोदी सरकार ने सराय काले खां चौक का नाम बिरसा मुंडा रखा। | Image: PTI

Sarai Kale Khan ISBT Chowk: भगवान बिरसा मुंडा के 150वीं जयंती के मौके पर भारत सरकार ने बड़ा ऐलान कर दिया है। दिल्ली में सराय काले खां ISBT चौक अब बिरसा मुंडा चौक कहलाएगा। सरकार ने सराय काले खां ISBT चौक का नाम बदलने की घोषणा की है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इसकी जानकारी दी।

केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि 2021 मे भारत सरकार ने जनजातीय गौरव दिवस मनाने का फैसला लिया था। अब सराय काले खां ISBT चौक का नाम बिरसा मुंडा के नाम से रखा जाता है।

अमित शाह ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण किया

इधर, केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के बंसेरा उद्यान में लगाई गई बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण किया है। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मना रही है। अमित शाह ने कहा कि आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती है।एलजी साहब को बधाई देता हूं कि पार्क के शुरू में ही भगवान बिरसा की मूर्ति लगवाई है। शाह ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने उस समय धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठाने का काम किया था, जब अंग्रेजों का शासन था और उनका सूर्य कभी ढलता नहीं था। आदिवासी जनजाति संस्करों को जिंदा करने का काम भी भगवान बिरसा मुंडा ने किया। उनके स्वतंत्रता और धर्मांतरण के खिलाफ किए गए काम के लिए देश आभारी रहेगा।

उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन ही आदिवासियों के लिए सब कुछ है, इस संस्कार को पुनर्जीवित करने और जनजातीय समाज में जागरूकता लाने का काम बिरसा मुंडा ने किया। भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासी संस्कृति की रक्षा के अपना जीवन समर्पित कर दिया तो दूसरी ओर 25 साल की आयु में उन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। यह देश उनके अद्वितीय त्याग को हमेशा करता रहेगा।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 15 November 2024 at 11:56 IST