अपडेटेड 24 March 2025 at 16:28 IST
दंगाइयों से पूरी वसूली! नागपुर में फहीम खान-यूसुफ शेख के बाद अब्दुल का नंबर, घर पर हथौड़ा चला
नागपुर में आरोपी यूसुफ शेख के मकान को ढहा दिया गया। नागपुर महानगर पालिका की ओर से नोटिस दिया गया था और अब मकान गिराने की कार्रवाई हुई है।
Nagpur Action: महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार नागपुर के दंगाइयों का बराबर हिसाब कर रही है। 17 मार्च को नागपुर हिंसक झड़पों की चपेट में आया था। यहां पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया। सड़कों पर दर्जनों वाहन फूंक दिए गए थे। हिंसा में एक व्यक्ति की इलाज के दौरान हाल ही में मौत हुई। फिलहाल आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ महाराष्ट्र की सरकार दंगाइयों के ठिकानों को ध्वस्त कर रही है। सोमवार को नागपुर में 3 जगह मकानों को ढहाने की कार्रवाई हुई।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हिंसा के बाद ही आदेश दे चुके थे कि दंगाइयों को कतई बख्शा नहीं आएगा और नुकसान की भरपाई भी की जाएगी। नागपुर हिंसा की जांच के बीच तथाकथित दंगाइयों के अवैध कब्जों की पहचान करके फिलहाल उनके गिराने का काम हुआ है। सबसे पहले हिंसा के कथित मास्टरमाइंड फहीम खान का घर बुलडोजर से गिराया गया। उसके बाद आरोपी यूसुफ शेख के मकान को ढहा दिया गया। अगला नंबर हिंसा के आरोपी अब्दुल हाफिज का आया है, जिसके मकान पर हथौड़ा चला है। पहले नागपुर महानगर पालिका की ओर से नोटिस दिया गया था और अब मकान गिराने की कार्रवाई हुई है।
जौहरी पुरा महल इलाके में गिराया यूसुफ का घर
नागपुर नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी दस्ते ने सोमवार को शहर के जौहरी पुरा महल स्थित नागपुर दंगा मामले में आरोपी यूसुफ शेख के घर पर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। नागपुर नगर निगम के डिप्टी इंजीनियर सुनील गजभिये ने कहा, ‘हमें एक शिकायत की जांच करने का आदेश मिला था। हमने उचित जांच की। नियमों के तहत 24 घंटे के लिए नोटिस जारी किया गया था। जैसे ही अवधि पूरी हुई, ये कार्रवाई की गई।’
इसके पहले नागपुर पुलिस हिंसा मामले में आरोपी फहीम खान को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सोमवार को नगर निगम की टीम बुलडोजर लेकर फहीम खान के घर पर पहुंची। यहां पहले बिजली का कनेक्शन काटा गया और उसके बाद अवैध हिस्से पर बुलडोजर से कार्रवाई की गई। कुछ ही मिनटों में बुलडोजर से फहीम खान के घर को ढहा दिया गया।
17 मार्च को नागपुर में हिंसा हुई
17 मार्च को नागपुर में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर हिंसक झड़प हुई थी। इस मामले में एक घायल व्यक्ति हो चुकी है। घटना के समय पुलिस पर पत्थर फेंके गए थे। दंगे को भड़काने के लिए कथित तौर पर ये अफवाह फैली थी कि आंदोलन के दौरान एक समुदाय की किताब को जला दिया गया था। हिंसा के समय कई वाहनों को जला दिया गया। एक मकान को भी निशाना बनाया गया। घटना में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। कथित तौर पर महिला पुलिसकर्मी के साथ ही हिंसा की आड़ में बदतमीजी की कोशिश हुई थी।
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 24 March 2025 at 16:28 IST