अपडेटेड 13 September 2024 at 15:50 IST
Himachal: मंडी में मस्जिद पर चला हथौड़ा, हंगामे के बाद मुस्लिम समाज खुद तोड़ने में लगा अवैध निर्माण
मंडी शहर में कथित तौर पर अतिक्रमण की गई जमीन पर मस्जिद बनाई गई थी। बताया जाता है कि मस्जिद जेल रोड पर स्थित लोक निर्माण विभाग की जमीन पर बनी है।
Mandi Masjid: हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मस्जिदों के अवैध निर्माण को लेकर हंगामा मचा है। पहले शिमला में संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण से विवाद खड़ा हुआ तो अब हिमाचल प्रदेश के ही मंडी में मस्जिद को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। हिमाचल प्रदेश के लोग मस्जिदों में अवैध निर्माण के खिलाफ सड़कों पर उतरे हुए हैं। हालांकि अब विवाद के बीच मंडी में मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ने का काम शुरू हुआ है। मुस्लिम समुदाय के लोग ही मस्जिद के अवैध निर्माण को हटाने में लगे हुए हैं। फिलहाल मंडी शहर में कानून व्यवस्था को देखते हुए धारा 163 भी लागू है।
मंडी शहर में कथित तौर पर अतिक्रमण की गई जमीन पर मस्जिद बनाई गई थी। बताया जाता है कि मस्जिद जेल रोड पर स्थित लोक निर्माण विभाग की जमीन पर बनी है। पीडब्ल्यूडी और नगर निगम दोनों ने इस पर मस्जिद प्रबंधन को नोटिस दिया था। शुक्रवार को मंडी में मस्जिद को लेकर लोगों का गुस्सा और भड़क गया। विवाद बढ़ने पर मुस्लिम समुदाय के सदस्यों नेमस्जिद के एक अनधिकृत हिस्से को खुद ही गिराना शुरू कर दिया है। वीडियो में देखा गया है कि कुछ लोग हथौड़े लेकर दीवार गिराने में लगे हुए हैं।
हिंदू संगठनों ने किया प्रदर्शन
मंडी में अतिक्रमण की गई जमीन पर बनी मस्जिद को गिराने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने शुक्रवार को पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारियों ने पहले मंडी बाजार क्षेत्र में मार्च निकाला और सेरी मंच पर धरने पर बैठ गए। बाद में जब उन्होंने मस्जिद की ओर बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। हालांकि हिंदू संगठनों की ओर से विरोध मार्च का आह्वान किए जाने के बाद मंडी में पुलिस ने भारी बल की तैनाती के साथ सुरक्षा पहले ही बढ़ा दी थी।
लोगों का आरोप है कि प्रशासन की अनदेखी के चलते विशेष समुदाय के लोगों ने यहां अवैध मस्जिद का निर्माण कर लिया, लेकिन जब प्रशासन के सामने अवैध मस्जिद का मुद्दा उठाया तो राज्य सरकार ने उल्टा जनता की आवाज दबाने के लिए सरकारी मशीनरी की पूरी ताकत झोंक दी। लोगों का कहना है कि हिंदू संगठनों ने पहले ही मंडी शहर में प्रदर्शन करने का ऐलान किया था, जिसकी जानकारी प्रशासन को भी थी, लेकिन प्रशासन ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन को रोकने के लिए ताकत का इस्तेमाल किया।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 13 September 2024 at 15:50 IST