अपडेटेड 23 November 2025 at 13:56 IST

'भारत में यूनिवर्सिटी का VC नहीं बन सकता मुसलमान', लंदन-न्यूयॉर्क के मेयर का जिक्र कर ये क्या बोल गए मौलाना अरशद मदनी? बयान पर मचा बवाल

BJP on Maulana Arshad Madani's statement: मौलाना अरशद मदनी ने हाल ही में न्यूयॉर्क और लंदन के मेयर का जिक्र कर कहा था कि भारत में मुसलमान किसी यूनिवर्सिटी का वीसी नहीं बन सकता। उनके इस बयान पर बवाल खड़ा हो गया है। बीजेपी नेताओं ने मदनी के बयान की आलोचना की।

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uproar over maulana arshad madani statement | Image: X, ANI

Maulana Arshad Madani's statement: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के एक बयान पर बवाल खड़ा हो गया। उन्होंने एक कार्यक्रम में लंदन या न्यूयॉर्क का जिक्र कर कहा कि इन बड़े शहरों में मुसलमान मेयर बन सकते हैं, लेकिन भारत में कोई मुसलमान किसी यूनिवर्सिटी का वीसी नहीं बन सकता। उनके इस बयान पर बीजेपी के कई नेताओं ने तीखी आलोचना की है। BJP नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि ये उनके दोहरे चरित्र को दिखाया है।

BJP नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने मौलाना अरशद मदनी के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताया और उनसे माफी मांगने को भी कहा।  

‘भारत का मुसलमान हर वो पद को पा सकता है जो…’

सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा, "जमीयत उलेमा-ए-हिंद, जो आजादी के आंदोलन में शामिल रही, उससे ये उम्मीद नहीं हो सकती कि इस तरह का वो बयान देंगे। उनको मालूम होना चाहिए कि भारत का मुसलमान भारत का राष्ट्रपति बन सकता है। किक्रेट, हॉकी का कप्तान बन सकता है। भारत का मुसलमान एयर चीफ मार्शल बन सकता है। भारत का मुसलमान हर वो पद को पा सकता है जो भारत के संविधान ने उसे अधिकार दिया है और इसकी बहुत सी मिसालें रही हैं, लेकिन ये कहना कि कही का वाइस चांसलर नहीं बन सकता है, ये गैर जिम्मेदाराना बयान है। अरशद मदनी को माफी मांगनी चाहिए।"

देश में गृह मंत्री और राष्ट्रपति भी मुस्लिम रहे हैं- पूनावाला

BJP प्रवक्ता शहजाद पूनावाला की भी मौलान अरशद मदनी के बयान पर प्रतिक्रिया सामने आई। उन्होंने बयान पर कहा, "वोट बैंक और तुष्टीकरण के नाम पर तुष्टीकरण वाले भाईजान एक बार फिर से काम पर और आतंकी बचाव पर जिस प्रकार से अरशद मदनी बात कर रहे हैं, क्या ये भूल गए हैं कि इस देश में गृह मंत्री और राष्ट्रपति भी मुस्लिम रहे हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "ये दुख की बात है कि जब भी कोई आतंकी पकड़ा जाता है और जो लोग ये कहते हैं कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता, वो तुरंत मजहबी आधार पर कैसे आतंकवाद का बचाव करने लगते हैं। अभी अरशद मदनी ने भी यही किया है। जहां आतंकी निकल रहे हैं उन आतंकियों और उस इकोसिस्टम पर क्या कार्रवाई न किया जाए और ये सिर्फ अरशद मदनी ही नहीं, चाहे महबूबा मुफ्ती हो, इल्तिजा मुफ्ती हो.. सभी लोग आतंकवादी डॉक्टर नेटवर्क ऑफ टेरर के बचाव के लिए स्पिन डॉक्टर ऑफ टेरर बन चुके हैं।"

पूनावाला ने कहा कि कभी कोई बोल रहा है ये मासूम लोग हैं। ऐसा लगता है कि कुछ लोग राष्ट्र सुरक्षा नीति पर वोट बैंक नीति रखते हैं और अरशद मदनी भी इसमें शामिल हैं।

इमाम उमर अहमद इलियासी ने भी की आलोचना

अरशद मदनी के बयान की ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के चीफ इमाम डॉ. इमाम उमर अहमद इलियासी ने भी आलोचना की। उन्होंने कहा, "मैं मौलाना अरशद मदनी के इस समय दिए गए बयान की कड़ी निंदा करता हूं, जिसका मकसद देश का माहौल खराब करना, लोगों में डर पैदा करना और अराजकता फैलाना है... उन्होंने अल फलाह यूनिवर्सिटी का हवाला देकर उनका (आतंकवादियों का) साथ दिया है। जांच एजेंसियां ​​अपना काम कर रही हैं।"

क्या कहा था मौलाना अरशद मदनी ने?

कार्यक्रम में मौलाना अरशद मदनी ने कहा था, "दुनिया ये समझती है कि मुसलमान अपाहिज हो गया है... खत्म हो गया है। आज ये देखिए अल-फलाह में क्या हो रहा है। वो जेल में है। कौन जानता है कि उसे कितने साल जेल में रहना होगा।" उन्होंने आगे कहा कि न्यूयॉर्क का मेयर 'ममदानी' हो सकता है, लंदन का मेयर 'खान' हो सकता है, लेकिन हिंदुस्तान का कोई मुसलमान किसी यूनिवर्सिटी का वीसी नहीं बन सकता। बनता भी है, तो उसका हाल आजम खान की तरह होगा।

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 23 November 2025 at 13:56 IST