अपडेटेड 4 April 2023 at 00:15 IST
Mahavir Jayanti 2023: भगवान महावीर की वो शिक्षाएं, जिसे धारण कर बदल जाएगा जीवन जीने का अंदाज
Bhagwan Mahavir की ने विश्व भर में ‘अहिंसा परमो धर्म’ और ‘जियो और जीने दो' का प्रचार किया। उनकी छोटी शिक्षाओं से व्यक्ति के जीवन में बड़े परिवर्तन आ सकते हैं।
Happy Mahavir Jayanti: देशभर में भगवान महावीर जयंती हर वर्ष हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। यह जैन समुदाय के सबसे बड़े पर्वों में से एक हैं। जैन धर्म के लोग महावीर जयंती को महावीर जन्मकल्याण महोत्सव के रूप में मनाते हैं। आज से करीब 2600 वर्ष पूर्व भगवान महावीर जन्म हुआ था।
भगवान महावीर का संपूर्ण जीवन धर्म के प्रति समर्पित रहा। उनकी दी शिक्षाएं न सिर्फ जैन धर्म को लोग बल्कि अन्य धर्मों के लोगों के लिए भी वरदान है। उनकी कुछ ऐसी ही शिक्षाओं के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
‘अहिंसा परमो धर्म’ और ‘जियो और जीने दो’
भगवान महावीर ने विश्व भर में अहिंसा का उपदेश दिया। उनका कहना था कि संसार में जीतने भी जीव-जंतु है, सभी सुख-दुख का अनुभव करते हैं। हिंसा करना या किसी का दिल दुखाना महापाप है। भगवान महावीर ने जियो और जीने दो का नारा भी दिया।
भगवान महावीर की पांच शिक्षाएं
भगवान महावीर ने 5 और शिक्षाएं भी दी, जो इस प्रकार है-
अहिंसा: जगत में जीतने भी जीव है, उनके प्रति दया भाव रखना और हिंसा न करना।
सत्य: हमेशा सत्य और हित-मित-प्रिय वचन बोलना। ऐसे कड़वे वचन कभी न बोलना, जिससे किसी के दिल को ठेस पहुंचे।
अचौर्य: चोरी न करना। कोई भी वस्तु बिना उसके मालिक की आज्ञा के कभी न लेना।
ब्रह्मचर्य: स्वस्त्री में संतोष करना और अन्य सभी महिलाओं को माता व बहन की दृष्टि से देखना।
अपरिग्रह: जरूरत से अधिक धन-दौलत, रुपया- पैसा न इकट्ठा करना।
महावीर जयंती का महत्व
महावीर जयंती का पर्व जैन समुदाय में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सभी मंदिरों में इस अवसर पर विशेष पूजा और कार्यक्रमों का आयोजन होता है और जगह-जगह भव्य शोभा यात्रा भी निकाली जाती है। इस दिन सभी सभी स्कूल-कॉलेज और बैंक इत्यादि बंद रहते हैं। सभी लोग एक-दूसरे से मिलकर महावीर जन्म कल्याणक महोत्व की शुभकामनाएं देते हैं।
Published By : Mohit Jain
पब्लिश्ड 4 April 2023 at 00:15 IST