अपडेटेड 29 March 2023 at 15:00 IST

Palghar Lynching: ऋतेश्वर जी महाराज बोले- 'आज साधु संतों की जीत हुई, अब सनातन के खिलाफ कोई नहीं लड़ सकता'

पालघर लिंचिंग मामले में SC ने हलफनामा की मांग की है। मामले को लेकर 14 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई होगी।

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Palghar lynching | Image: self

साल 2020 में महाराष्‍ट्र के पालघर में हुए 2 साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्‍या के मामले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनावाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने 14 अप्रैल को मामले में फिर से सुनवाई होगी। इधर महाराष्‍ट्र की शिंदे सरकार और सीबीआई ने साफ कर दिया है कि वो जांच के लिए तैयार हैं। इस खबर के बाद साधु संतों में खुशी है। साधु संतों ने रिपब्लक का धन्यवाद किया। 

ऋतेश्वर जी महाराज ने कहा, "लंबी शारीरिक बीमारी के बाद मैं आज यहां आया। जो डॉक्टर्स मिलकर भी मुझे जल्दी ठीक नहीं कर पा रहे थे, इस खबर ने मुझे ठीक कर दिया। आज मैं बहुत उत्साहित हूं। मैं भारत माता को प्रणाम करता हूं। "


इसके अलावा आचार्य विक्रमादित्य ने तत्कालीन सरकार पर हमला करते हुए कहा, "कभी इतना बड़ा मोमेंट कभी नहीं चला और इसका श्रेय रिपब्लिक को जाता है। आपने अपनी आवाज नहीं रोकी लगातार रोकने का प्रयास किया गया। संतों की वास्तविक तौर पर आवाज कोने-कोने तक पहुंचाई। जो रक्षक थे वो भक्षक बन चुके थे। इस देश में ऐसी सरकारें रही हैं जो पत्रकारों पर डंडे चलाती थी। वही हमारे आंखों के सामने घटा। राजशाही की सरकार भक्षक बन गई थी। रिपब्लिक ने निर्भीक होकर तमाम संतों की आवाज जन-जन तक पहुंचाया। लीपापोती करके वहां की सरकार ने दबाने की कोशिश की। 

हिन्दू धर्म गुरू नवल किशोर ने कहा, "रिपब्लिक ने पहल नहीं किया होता तो मीडिया वाले इसे कभी नहीं दिखाते। रिपब्लिक सनातन का स्तंभ है। पहले भी ऐसा होता था लेकिन कहीं कुछ दिखाया नहीं जाता था। भगवान के यहां देर है अंधेर नहीं। 

महंत राजू दास ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "तीन दिन तक हम धरना पर बैठे थे। रिपब्लिक सनातन की आवाज बनकर डटा रहा। रिपब्लिक ने लगातार आवाज उठाई जिसका परिणाम है कि आज उन संतों को न्याय मिल पाया।" 

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 29 March 2023 at 15:00 IST