अपडेटेड 2 December 2024 at 14:19 IST
एकनाथ शिंदे ने अचानक रद्द की सारी बैठकें; महायुति के लिए टेंशन, क्या होगी सरकार गठन में और देरी?
एकनाथ शिंदे के 2 दिसंबर के जो भी कार्यक्रम थे, वो सारे रद्द कर दिए गए हैं, जिसमें शिवसेना के विधायक कॉर्डिनेटर की बैठक भी शामिल है।
Maharashtra News: महाराष्ट्र में महायुति के भीतर बाधाएं दूर नहीं हो रही हैं। विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आए थे, लेकिन तकरीबन 10 दिन होने को हैं और सरकार गठन की बात तो दूर मुख्यमंत्री का नाम फाइनल तक नहीं हो रहा है। इसी बीच एकनाथ शिंदे की ओर से बार-बार बैठकें रद्द किए जाने से महायुति की टेंशन और भी बढ़ गई है।
महाराष्ट्र में प्रचंड विजय के बाद दिल्ली से मुंबई तक बैठकों का कई बार दौर चला। एक बार एकनाथ शिंदे के साथ देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी दिल्ली मीटिंग के लिए गए। यहां से चीजें बाहर निकलकर आईं कि महाराष्ट्र में बीजेपी का मुख्यमंत्री होगा, लेकिन दिल्ली के बाद ये भी तय था कि महायुति की एक बैठक मुंबई में होगी, जो अभी तक नहीं हो पाई है। इसकी वजह एकनाथ शिंदे बने, जो तबीयत खराब होने के बाद अपने पैतृक गांव चले गए। रविवार को एकनाथ शिंदे पैतृक गांव से लौटे और ठाणे तक पहुंच गए, लेकिन अगले ही दिन उन्हें शिवसेना विधायकों की मीटिंग करनी थी, जो एकाएक उन्होंने रद्द कर दी है।
एकनाथ शिंदे की सभी बैठकें रद्द
एकनाथ शिंदे के 2 दिसंबर के जो भी कार्यक्रम थे, वो सारे रद्द कर दिए गए हैं, जिसमें शिवसेना के विधायक कॉर्डिनेटर की बैठक भी शामिल है। बताया जाता है कि एकनाथ शिंदे की तबीयत ठीक नहीं है और ऐसे में डॉक्टर्स ने आराम की सलाह दी है। इसके चलते एकनाथ शिंदे ने सोमवार को बुलाई गई विधायक कॉर्डिनेटर की मीटिंग को भी रद्द कर दिया। हालांकि अभी एकनाथ शिंदे ठाणे में रहेंगे।
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महाराष्ट्र सरकार में क्या होगा शिंदे का रोल?
महाराष्ट्र की राजनीति में जो अभी तक सबसे स्पष्ट है, वो है कि मुख्यमंत्री बीजेपी का होगा। बीजेपी से होगा कौन, ये दूसरा सवाल है। हालांकि एकनाथ शिंदे का रोल महाराष्ट्र की सरकार में क्या होगा, इस पर सबका ध्यान होगा। वो इसलिए भी कि राज्य में तकरीबन ढाई साल से एकनाथ शिंदे सरकार चला रहे हैं। बीजेपी ने शिवसेना का संख्याबल कम होने के बावजूद एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया, जबकि देवेंद्र फडणवीस खुद उपमुख्यमंत्री बनकर रहे। इस बार देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे हैं। इधर, मुख्यमंत्री की कुर्सी के बदले शिवसेना के नेता महाराष्ट्र में गृह विभाग जैसे भारी-भरकम मंत्रालयों पर नजर टिका रहे हैं।
क्या और होगी सरकार गठन में देरी?
महाराष्ट्र में महायुति के भीतर ना सरकार में हिस्सेदारी तय हुई है और ना मुख्यमंत्री का नाम फाइनल हुआ है, फिर भी शपथ ग्रहण समारोह की तारीख और जगह घोषित कर दी गई है। महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने 30 नवंबर को खुद जानकारी दी कि महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को शाम 5 बजे मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित होगा। हालांकि मुख्यमंत्री के नाम पर पेंच, एकनाथ शिंदे की तबीयत खराब होने और बैठकें रद्द किए जाने जैसी स्थितियां महाराष्ट्र में सरकार गठन में देरी की संभावनाओं को बढ़ाती हैं।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 2 December 2024 at 14:19 IST