अपडेटेड 19 October 2025 at 17:53 IST
डस्टबिन से निकाला, टॉयलेट में धोया...ट्रेन में फूड ऑर्डर करने वाले देख लें ये घिनौना VIDEO; जूठे प्लेट में परोसा जा रहा था खाना!
अगर आप ट्रेन में सफर करते हैं और पैंट्री से खाना ऑर्डर करते हैं तो ये खबर आपके होश उड़ा देगी। रेलवे की स्वच्छता और खानपान में साफ-सफाई व्यवस्था की पोल खोलने वाला एक वीडियो सामने आया है
अगर आप ट्रेन में सफर करते हैं और पैंट्री से खाना ऑर्डर करते हैं तो ये खबर आपके होश उड़ा देगी। रेलवे की स्वच्छता और खानपान में साफ-सफाई व्यवस्था की पोल खोलने वाला एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में रेलवे पैंट्री का एक कर्मचारी डस्टबिन में फेंकी गई डिस्पोजल प्लेटों को ट्रेन के टॉयलेट में धोकर उसे दोबारा इस्तेमाल के लिए रखता हुआ दिख रहा है।
मामला ट्रेन नंबर 16601 (अमृत भारत एक्सप्रेस) का है। वीडियो खुद उस ट्रेन में यात्रा कर रहे एक यात्री ने बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद रेलवे ने वेंडर को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। साथ ही वेंडर के लाइसेंस को रद्द करने की कार्रवाई भी की जारी है। इसकी जानकारी खुद रेलवे ने दी है।
विस्तार से जानिए पूरा मामला
दरअसल, यात्री रवि द्विवेदी सतना के रहने वाले हैं। वह शहडोल में नौकरी करते हैं। घटना वाले दिन वह कटनी से सतना जाने के लिए अमृत भारत एक्सप्रेस में सवार हुए थे। रिजर्वेशन न होने के कारण वो पैंट्री कार के पास खड़े होकर यात्रा कर रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर पैंट्री कार के एक कर्मचारी पर पड़ी। वह डस्टबिन से जूठी डिस्पोजल प्लेटें और खाने के बॉक्स निकालकर उन्हें वॉश बेसिन में पानी से धो रहा था।
यानी, इन्हीं जूठे बर्तनों में दोबारा खाना भरकर यात्रियों को परोसने की तैयारी चल रही थी। लेकिन उसके पहले ही पूरे खेल का पर्दाफाश हो गया है। हैरान करने वाली एक और बात ये रही कि जब यात्री रवि ने पैंट्री कर्मचारी से इस बारे में सवाल किए, तो उसने कहा 'ये डिस्पोजल आधे दाम में वापस हो जाते हैं,' इसलिए इन्हें धोकर दोबारा इस्तेमाल किया जाता है।
वीडियो बनता देख कर्मचारी ने दी धमकी
वीडियो बनता देख कर्मचारी ने रवि का विरोध किया और उन्हें वीडियो हटाने की धमकी भी दी, लेकिन रवि ने वीडियो बनाना जारी रखा। वीडियो वायरल होने और शिकायत दर्ज होने के बाद, पैंट्री कार के ठेकेदार ने रवि द्विवेदी से संपर्क किया। ठेकेदार ने रवि को 25,000 रुपए की पेशकश करते हुए शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया।
हालांकि, रवि द्विवेदी ने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया और अपनी शिकायत पर अडिग रहे। अब रेलवे ने एक्शन लेते हुए वेंडर की पहचान कर उसे तत्काल प्रभाव से हटा दिया है, साथ ही लाइसेंसी के लाइसेंस को रद्द करने की कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा वेंडर पर भारी जुर्माना भी लगाया गया है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 19 October 2025 at 17:53 IST