अपडेटेड 29 May 2025 at 17:18 IST

Lost City: 1.20 लाख साल पुराना गुमशुदा शहर, समुद्र की गहराई में छिपा एक रहस्यमय जीवंत संसार

Lost City महासागर में सबसे लंबे समय तक सक्रिय रहने वाला वेंटिंग क्षेत्र है। ये कम से कम 1.2 लाख सालों से सक्रिय है, संभव है इससे भी अधिक समय से है। यहां पृथ्वी के मेंटल का समुद्र के पानी से रासायनिक प्रतिक्रिया होती है, जिससे हाइड्रोजन, मीथेन और अन्य गैसें उत्सर्जित होती हैं।

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Lost City Hydrothermal Field | Image: File

Lost City: मध्य-अटलांटिक रिज के पश्चिम में समंदर के अंदर ऐसा शहर बसा है, जो लाखों साल पुराना है और अपने आप में बेहद अनूठा है। आसान शब्दों में कहें हैं तो समुद्र की गहराई में एक रहस्यमय जीवंत संसार छिपा है। इसे वैज्ञानिक Lost City Hydrothermal Field यानी 'गुमशुदा शहर हाइड्रोथर्मल क्षेत्र' कहते हैं। ये जगह पहली बार साल 2000 में खोजी गई और ये समुद्र की सतह से करीब 700 मीटर (2300 फीट) नीचे मौजूद है।

ये क्षेत्र एक जलमग्न पर्वत की चोटी के पास स्थित है, जहां अंधेरे में चमकती सफेद-नीली चिमनियां और टावर दिखाई देते हैं। कुछ चिमनियां छोटे मशरूम के आकार की हैं, जबकि सबसे ऊंची चिमनी, जिसका नाम Poseidon रखा गया है, 60 मीटर (लगभग 200 फीट) तक ऊंची है।

ये क्षेत्र इतना खास क्यों है?

Lost City महासागर में सबसे लंबे समय तक सक्रिय रहने वाला वेंटिंग (गैस छोड़ने वाला) क्षेत्र है। ये कम से कम 1.2 लाख सालों से सक्रिय है, संभव है इससे भी अधिक समय से है। यहां पृथ्वी के मेंटल (आंतरिक परत) का समुद्र के पानी से रासायनिक प्रतिक्रिया होती है, जिससे हाइड्रोजन, मीथेन और अन्य गैसें उत्सर्जित होती हैं। इन गैसों की मदद से ऐसे सूक्ष्म जीवों (microbes) का जीवन चलता है जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होती। चिमनियों के भीतर जहां तापमान 40°C (104°F) तक पहुंच जाता है, वहां घोंघे और छोटे क्रस्टेशियंस की भरमार है। बड़े जीव जैसे झींगे, केकड़े, समुद्री अर्चिन और ईल्स भी मौजूद हैं, लेकिन बहुत कम संख्या में।

जीवन की शुरुआत का सुराग?

ये क्षेत्र वैज्ञानिकों को इस बात की झलक दे सकता है कि पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत कैसे हुई। क्योंकि यहां बनने वाले हाइड्रोकार्बन (life के building blocks) सूर्य की रोशनी या वायुमंडलीय कार्बन डाइऑक्साइड से नहीं, बल्कि गहराई में होने वाले रासायनिक प्रतिक्रियाओं से बनते हैं। यही कारण है कि वैज्ञानिक मानते हैं कि यही जैसी परिस्थितियां हमारे सौरमंडल के अन्य ग्रहों या उनके चंद्रमाओं (जैसे एन्सेलेडस और यूरोपा) पर जीवन को जन्म दे सकती हैं या शायद दे रही हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोबायोलॉजिस्ट विलियम ब्रेज़लटन ने 2018 में स्मिथसोनियन में एना कुस्मर से कहा, 'ये एक प्रकार के पारिस्थितिकी तंत्र का उदाहरण है जो अभी एन्सेलेडस या यूरोपा पर सक्रिय हो सकता है।' शनि और बृहस्पति के चंद्रमाओं का जिक्र करते हुए वो कहते हैं- 'और शायद अतीत में मंगल ग्रह पर भी।'

Black Smokers से अलग क्यों?

Black smokers नामक अन्य समुद्री वेंट भी जीवन के प्रारंभिक केंद्र के रूप में माने जाते हैं, लेकिन वे मैग्मा की गर्मी पर निर्भर करते हैं और इनमें आयरन और सल्फर अधिक होता है। वहीं Lost City की चिमनियां 100 गुना अधिक हाइड्रोजन और मीथेन उत्पन्न करती हैं और इनका आकार भी बड़ा है- जिससे पता चलता है कि ये अधिक समय से सक्रिय हैं।

खतरे में है ये चमत्कारी दुनिया?

2018 में पोलैंड को इस क्षेत्र के आसपास गहरे समुद्र में खनन (deep sea mining) का अधिकार मिल गया। हालांकि खुद Lost City में कोई कीमती खनिज नहीं हैं, लेकिन उसके आसपास की खुदाई से उठने वाले गाद और प्रदूषण इस नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसीलिए अब कई वैज्ञानिक मांग कर रहे हैं कि Lost City को एक World Heritage Site घोषित किया जाए ताकि इसकी रक्षा की जा सके।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 29 May 2025 at 17:18 IST