अपडेटेड 24 November 2025 at 16:20 IST

Guru Tegh Bahadur Shaheedi Diwas: गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर कल दिल्ली में स्कूल-दफ्तर बंद, किन राज्यों में रहेगी छुट्टी?

25 November को गुरु तेग बहादुर का 350वें शहादत दिवस है। इसलिए देश के कई राज्यों में विशेष सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। सिख समुदाय के लिए यह दिन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि गुरुद्वारों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। लाखों श्रद्धालु एकत्र होकर गुरु जी के बलिदान को याद करेंगे।

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कई राज्यों में 25 November को सार्वजनिक अवकाश | Image: Republic

25 November 2025 Holiday : सिख धर्म के नौवें गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर के 350वें शहादत दिवस पर पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 25 नवंबर को विशेष सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। इस पावन दिन को धार्मिक स्वतंत्रता और बलिदान की भावना के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।

राज्यों की सरकारों ने इस अवसर पर सरकारी दफ्तरों, शैक्षणिक संस्थानों और अन्य सार्वजनिक स्थलों को बंद रखने का फैसला लिया है, ताकि लोग उनके आदर्शों को याद कर सकें और श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) के माध्यम से इस अवकाश की आधिकारिक घोषणा की। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर साहिब जी का साहस, करुणा और धार्मिक स्वतंत्रता का संदेश आज भी हमें प्रेरित करता है।

यूपी में सार्वजनिक अवकाश

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 2025 के अवकाश कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। पहले यह अवकाश 24 नवंबर को निर्धारित था, लेकिन अब इसे 25 नवंबर कर दिया गया है। नए आदेश के तहत, राज्य के सभी सरकारी दफ्तर, स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान 25 नवंबर को बंद रहेंगे।

उत्तराखंड में सार्वजनिक अवकाश

उत्तराखंड में भी शहीदी दिवस अवकाश 24 नवंबर को निर्धारित था, लेकिन अब इसे 25 नवंबर कर दिया गया है। घोषित सार्वजनिक अवकाश में आंशिक संशोधन करते हुए 25 नवंबर दिन मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है।

चंडीगढ़ और हरियाणा में छुट्टी

गुरु तेग बहादुर के शहादत दिवस पर चंडीगढ़ प्रशासन और हरियाणा सरकार ने भी 25 नवंबर, 2025 को अवकाश घोषित करने का ऐलान किया है। चंडीगढ़ प्रशासन ने अधिसूचना में संशोधन करते हुए पूर्ण सार्वजनिक अवकाश घोषित किया, जबकि हरियाणा सरकार ने वैकल्पिक अवकाश का फैसला किया है।

ऐतिहासिक महत्व

श्री गुरु तेग बहादुर जी का जन्म 1621 में हुआ था और 1675 में उन्होंने धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया। मुगल सम्राट औरंगजेब के अत्याचारों के खिलाफ खड़े होकर उन्होंने कश्मीरी पंडितों की रक्षा की। उन्होंने धर्म की रक्षा के लिए 1675 में चांदनी चौक पर अपने जीवन का बलिदान दे दिया। उनका शीश और धड़ का दो अलग-अलग जगह अंतिम संस्कार किया गया, जहां पर आज दो बड़े गुरुद्वारे हैं। हर साल इस दिन को शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है, लेकिन 2025 में 350वीं वर्षगांठ होने से यह और भी विशेष हो गया है।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 24 November 2025 at 16:20 IST