अपडेटेड 24 May 2024 at 09:12 IST
भाई की जिम्मेदारी, कुछ बड़ा करने का ख्वाब... कैसे पुणे पोर्शे केस ने किया अनीश के सपनों का कत्ल
Pune Porsche Crash: अनीश की उम्र केवल 24 साल थी जब एक रईसजादे ने नशे में धुत होकर उन पर गाड़ी चढ़ा दी। अनीश ही अपने छोटे भाई की पढ़ाई का खर्चा उठा रहे थे।
Pune Porsche Crash: पुणे में मंगलवार को देर रात एक पोर्शे गाड़ी ने दो लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी। उनमें से एक अनीश अवधिया (Aneesh Awadhiya) नाम का सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी था जिनकी मौत के बाद उनका पूरा परिवार बिखर चुका है।
अनीश की उम्र केवल 24 साल थी जब एक रईसजादे ने नशे में धुत होकर उन पर गाड़ी चढ़ा दी। घर में पैसों की तंगी थी और अनीश ही अपने छोटे भाई की पढ़ाई का पूरा खर्चा उठा रहे थे। यह हादसा मंगलवार को कल्याणी नगर में हुआ था जब पोर्शे चला रहे एक बिल्डर के 17 साल के बेटे ने एक बाइक को टक्कर मार दी जिसमें दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर की मौत हो गई।
पोर्शे मर्डर केस में मारे गए अनीश के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
अब ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे ने अनीश के परिवार से बात की है जिन्होंने बताया कि उस रात को क्या हुआ था जब उन्हें मौत की दुखद खबर मिली। मृतक के मामा ने बताया कि उन्हें रात को उनकी बहन का फोन आया था जो रोते हुए कह रही थीं- अनीश का एक्सीडेंट हुआ है।
मामा ने आगे बताया कि अनीश की हालत गंभीर थी। वो काफी अच्छे बच्चे थे और हमेशा कहते थे कि मां पापा के लिए कुछ बड़ा करना है। पुणे में अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिलने के बाद वह घर से बाहर रहने लगे लेकिन वह अक्सर अपने घर आते जाते रहते थे। फिर जैसे ही उन्होंने पैसे कमाने शुरू किए तो अपने छोटे भाई देवू की जिम्मेदारी उठा ली। मामा ने कहा कि अनीश ने हमेशा सबकी मदद की लेकिन जब उन्हें चोट लगी तो कोई उनके आसपास नहीं था।
उन्होंने आगे बताया कि कैसे देवू ने अनीश की मौत की खबर दी थी और उन्होंने सोचा था कि ये बात वो उनकी मां से छुपाएंगे। मामा ने सवाल किया कि क्या एक नाबालिग ड्राइवर के कंट्रोल खोने की वजह से उनके भांजे की जान गई है। परिवार का दावा है कि उन्हें अनीश की मौत के बाद भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
अनीश को रखने के लिए फ्रीजर की जगह भी नहीं मिल सकी। फिर देवू ने शव को घर वापस ले जाने के लिए एक एम्बुलेंस की व्यवस्था की। मामा ने बताया कि कैसे एम्बुलेंस में सुविधाएं होने के बावजूद अनीश का शरीर पहले ही सड़ना शुरू हो गया था क्योंकि निधन के लगभग 15 घंटे बाद तक शव बाहर पड़ा था। उन्होंने आगे कहा कि अनीश की मां अभी तक उनकी मौत के सदमे से बाहर नहीं आई हैं। उनका रोना ही नहीं रुक रहा।
अनीश के मामा का हत्यारे पर फूटा गुस्सा
अनीश के मामा ने इंटरव्यू में कहा कि उनकी चिता जलाने के बाद परिवार को पता लगा कि कैसे इस हत्या के जिम्मेदार दोषी व्यक्ति को निबंध लिखने की मामूली सजा देकर जाने दिया गया। उन्होंने सवाल किया कि क्या ये न्याय है। अनीश केवल 24 साल के थे, उनके सामने उनकी पड़ी जिंदगी पड़ी थी, क्या 300 शब्दों का निबंध उनकी जिंदगी के आगे पर्याप्त था जो उन्होंने खो दी है।
इस बीच, मामले में अब बड़ा अपडेट सामने आया है। ऐसा कहा जा रहा है कि फैमिली ड्राइवर ने पुलिस पूछताछ में बयान दिया है कि दुर्घटना के समय वह पोर्शे चला रहा था।
Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 24 May 2024 at 09:03 IST