अपडेटेड 18 March 2024 at 12:34 IST

Kota में सुसाइड कर रही छात्रा के लिए संजीवनी बना ये एंटी हैंगिंग डिवाइस, जानिए कैसे करता है काम

Kota Student Suicide Attempt: एक छात्रा सुसाइड करने चली थी लेकिन एंटी हैंगिंग डिवाइस के चलते उसकी जान बच गई। शायद इस तरह की ये पहली घटना है।

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कोटा में सुसाइड अटेम्प्ट | Image: pexels/X

Kota Student Suicide Attempt: कोटा में एक छात्रा खुदकुशी करने की कोशिश कर रही थी। ये घटना है शुक्रवार की जब वह जवाहर नगर थाना क्षेत्र में स्थित अपने हॉस्टल रूम के पंखे पर लटकने वाली थी। जैसे ही उसने सुसाइड की कोशिश की, तभी पंखा नीचे आ गया और उसकी जान बच गई। अगर आप सोच रहे हैं कि ये कोई चमत्कार है तो आप गलत हैं। उस लड़की की जान बचाने का काबिल-ए-तारीफ काम किया है एक एंटी हैंगिंग डिवाइस ने जो उसके कमरे के पंखे पर लगा हुआ था।

कोटा की ये खबर जो सुन रहा है, हैरान रह गया है। एक छात्रा सुसाइड करने चली थी लेकिन एंटी हैंगिंग डिवाइस के चलते उसकी जान बच गई। शायद इस तरह की ये पहली घटना है। 

कोटा में इस डिवाइज ने किया सुसाइड अटेम्प्ट को फेल

कोटा में हर साल मानसिक तनाव के चलते हजारों बच्चे सुसाइड कर लेते हैं। ये ना केवल इस शहर के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए बड़ी शर्मनाक और चिंताजनक बात है। सुसाइड के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए कोटा जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया। इसी का नतीजा है कि अब हॉस्टल संचालकों ने एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाने शुरू कर दिए हैं। और जिन हॉस्टल में ये नहीं लगे हैं, वहां भी सख्त एक्शन लिए जा रहे हैं। 

ये नया मामला भी कोटा के एक हॉस्टल का ही है जिसके बारे में संचालक ने जानकारी दी है। उसने बताया कि जैसे ही लड़की खुदकुशी करने वाली थी, तभी एंटी हैंगिंग डिवाइस के साथ साथ पंखा भी नीचे आ गया और वह जमीन पर गिर गई। पंखा नीचे गिरने के बाद छात्रा से पूछताछ हुई जिसमें उसने बड़े झिझकते-झिझकते और सहमते हुए खुलासा किया कि वह सुसाइड कर रही थी। वह डिप्रेशन की शिकार बताई जा रही है जिसके बाद उसकी काउंसलिंग शुरू की गई। 

एंटी हैंगिंग डिवाइस ने कैसे बचाई छात्रा की जान?

इस मामले के सामने आने के बाद ये तो साबित हो गया कि एंटी हैंगिंग डिवाइस कितने काम की चीज है। अगर ये पहले लगा होता तो अबतक कई स्टूडेंट की जान बच गई होती। इस डिवाइस में स्प्रिंग होते हैं और उसे पंखे के उस हिस्से पर लगाया जाता है जो छत से जुड़ा होता है। जैसे ही पंखे पर 40 किलो से ज्यादा का वजन पड़ता है तो स्प्रिंग पंखे को छत से अलग करके तुरंत अलार्म बजा देता है।

इससे आसपास मौजूद लोगों को पता चल जाता है कि कोई पंखे पर लटककर सुसाइड करने की कोशिश कर रहा है। वहीं पंखा भी नीचे आ जाता है। ऐसा कहा जाता है कि ये 2017 में बनाया गया था और अब कोटा जिला प्रशासन ने इनका इस्तेमाल सुसाइड के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए करना शुरू कर दिया है। 

इस बीच, हॉस्टल संचालक ने मामला सामने आने के बाद स्टूडेंट वेलफेयर सोसाइटी के साथ साथ लड़की के परिजनों को भी इस बारे में सूचित कर दिया है। 17 साल की वो छात्रा यूपी की रहने वाली है जो कोटा में नीट की तैयारी कर रही है। 

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Published By : Sakshi Bansal

पब्लिश्ड 18 March 2024 at 12:29 IST