अपडेटेड 5 July 2023 at 10:28 IST
'नहीं आती अंग्रेजी तो एडमिशन नहीं', नामी कॉलेज ने जारी किया फरमान, तो मचा हंगामा; अब मांगनी पड़ी माफी
कॉलेज का नाम लोरेटो कॉलेज (Loreto College) है, जिसे कलकत्ता विश्वविद्यालय से मान्यता मिली हुई है। फिलहाल अपने फरमान पर कॉलेज को माफी मांगनी पड़ी है।
कोलकाता (KolKata) के एक नामी कॉलेज ने बीते दिनों एक फरमान जारी किया, जिस पर खूब विवाद देखने को मिला। विरोध और आलोचना के बाद अब कॉलेज को अपना आदेश वापस लेना पड़ा है और यही नहीं, इसके लिए माफी भी मांगनी पड़ी है। कॉलेज का नाम लोरेटो कॉलेज (Loreto College) है, जिसे कलकत्ता विश्वविद्यालय से मान्यता मिली हुई है। फिलहाल अपने फरमान पर कॉलेज को माफी मांगनी पड़ी है।
खबर में आगे पढ़ें:-
- लोरेटो कॉलेज के एक आदेश पर मचा बवाल
- जमकर हो रही है कॉलेज की आलोचना
- विरोध के बाद कॉलेज ने माफी मांगी
गैर-अंग्रेजी छात्रों के एडमिशन से इनकार
कोलकाता के प्रमुख कॉलेज के आदेश पर विवाद इसलिए हुआ कि अस्पताल ने गैर-अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के छात्रों को प्रवेश देने से इनकार कर दिया था। पश्चिम बंगाल में स्नातक पाठ्यक्रमों में एडमिशन शनिवार को शुरू हुआ और ऐसे में कॉलेज ने घोषणा की थी कि बंगाली और हिंदी-माध्यम स्कूलों के आवेदकों का स्वागत नहीं है।
कॉलेज के आदेश में क्या?
कॉलेज ने अपने नोटिफिकेशन में कहा, 'लोरेटो कॉलेज में सभी लेक्चर अंग्रेजी में हैं। इसलिए, एक छात्र को क्लास को समझने/अनुसरण करने में सक्षम होने के लिए अंग्रेजी बहुत जरूरी है। छात्र को अंग्रेजी में निपुण होना चाहिए। परीक्षाओं का उत्तर केवल अंग्रेजी में देना होगा। लोरेटो कॉलेज में शिक्षा का माध्यम केवल अंग्रेजी है।' नोटिफिकेशन में कहा गया, 'कॉलेज में बंगाली-हिंदी जैसी क्षेत्रीय भाषाओं की किताबें भी उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए जिन छात्रों की 12वीं में शिक्षा का माध्यम स्थानीय भाषा थी, उन्हें एडमिशन के बारे में नहीं सोचना चाहिए।'
यह भी पढ़ें: क्लासरूम में अब नहीं रख सकेंगे मोबाइल फोन, टैबलेट और स्मार्ट वॉच; जानिए क्यों लिया गया ऐसा फैसला?
लोगों ने कॉलेज की आलोचना की
कॉलेज ने जैसे ही ये आदेश जारी किया, लोग जबरदस्त तरीके से विरोध में उतर आए। कॉलेज के नोटिस की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं और लोगों ने कॉलेज की जमकर आलोचना की।
मामला कलकत्ता यूनिवर्सिटी तक पहुंचा
कोलकाता के नामी कॉलेज का मामला जब यूनिवर्सिटी तक पहुंचा तो कॉलेज की प्रिंसिपल को बातचीत के लिए बुलाया। विवादास्पद नोटिस के बाद कलकत्ता विश्वविद्यालय ने कॉलेज प्रिंसिपल से स्पष्टीकरण मांगने के लिए एक नोटिस भी भेजा था और भविष्य में ऐसे कदम नहीं उठाने की चेतावनी दी थी।
कॉलेज ने विवाद के बाद फैसला वापस लिया
इसके बाद कोलकाता के नामी कॉलेज ने गैर-अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के छात्रों को प्रवेश देने से इनकार करने के फैसले पर बुधवार को माफी मांगी और कॉलेज को सोशल मीडिया पर भारी विरोध का सामना करने के बाद अपनी भेदभावपूर्ण प्रवेश नीति वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 5 July 2023 at 09:17 IST

