अपडेटेड 20 November 2022 at 10:29 IST
20 नवंबर को क्यों मनाया जाता है विश्व बाल दिवस? जानिए क्या है इसका इतिहास
1959 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बाल अधिकारों की घोषणा थी और इसके 10 मार्गदर्शक सिद्धांतों को अपनाया था।
बच्चे किसी भी परिवार और देश का भविष्य होते हैं। बच्चों के हाथों से बेहतर भविष्य की उम्मीद हर कोई करता है। इसीलिए साल का एक दिन इन्हीं बच्चों के नाम होता है, जिसे विश्व बाल दिवस (World Children's Day) के रूप में हर साल मनाया जाता है। हर साल 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस मनाया जाता है। पूरी दुनिया में इस दिन को बच्चों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उनके जीवन स्तर में सुधार करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। विश्व बाल दिवस की शुरुआत 20 नवंबर 1954 से हुई थी।
1959 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बाल अधिकारों की घोषणा थी और इसके 10 मार्गदर्शक सिद्धांतों को अपनाया था। इस दिन का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उनके जीवन स्तर में सुधार करना है। इसके अतिरिक्त यह अंतर-सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देता है और बच्चों की जागरूकता बढ़ाता है कि कैसे अपने स्वयं के कल्याण को बेहतर बनाया जाए।
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विश्व बाल दिवस इतिहास:
1954 में पहला विश्व बाल दिवस मनाया गया। 20 नवंबर 1954 को यूनिवर्सल चिल्ड्रेन्स डे के रूप में इस दिन को मनाया गया। उस समय से इस तिथि को बाल दिवस या यूनिवर्सल चिल्ड्रेन्स डे के रूप में स्थापित किया गया, जो हर साल वर्ष इस दिन मनाया जाता है।
1959 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा बाल अधिकार सम्मेलन की पुष्टि की गई थी। इसके अतिरिक्त बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन 20 नवंबर को अपनी वर्षगांठ मनाता है। इस दिन को बाल दिवस के परिणाम के रूप में मनाने के लिए चुना गया था।
विश्व बाल दिवस का महत्व:
इस दिन वयस्कों के साथ-साथ बच्चों के अधिकारों को प्रदान करने का संकल्प लिया गया था। तब से बाल दिवस के रूप में बाल अधिकारों की वर्षगांठ मनाई जाती है। इस वर्ष बाल अधिकार सप्ताह 14 नवंबर से 20 नवंबर तक मनाया जा रहा है।
विश्व बाल दिवस थीम 2022:
यूनिसेफ द्वारा बाल अधिकार सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। विश्व बाल दिवस 2022 "हर बच्चे के लिए समावेश" पर केंद्रित होगा। भारत में विश्व बाल दिवस पर राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, राज्य विधानसभा भवनों और ऐतिहासिक स्थलों सहित प्रसिद्ध इमारतें को नीले रंग में जगमगा उठीं।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 20 November 2022 at 10:29 IST