अपडेटेड 3 October 2025 at 14:32 IST

इस 'खुराक' से खबरदार! ब्रेक ऑयल और पेंट में यूज होने वाला ग्लायकॉल बच्चों की किडनी में मिला, कफ सिरप पीने से हो चुकी है 11 बच्चों की मौत

मध्य प्रदेश और राजस्थान में कफ सिरप से मौत का आंकड़ा बढ़ गया है। पिछले 25 दिनों में अब तक कुल 11 बच्चों के मरने की पुष्टि की गई है।

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इस 'खुराक' से खबरदार! ब्रेक ऑयल और पेंट में यूज होने वाला ग्लायकॉल बच्चों की किडनी में मिला, कफ सिरप पीने से हो चुकी है 11 बच्चों की मौत | Image: X/pixabay

मध्य प्रदेश और राजस्थान में कफ सिरप से मौत का आंकड़ा बढ़ गया है। पिछले 25 दिनों में अब तक कुल 11 बच्चों के मरने की पुष्टि की गई है। इन बच्चों के मौत की वजह खांसी की दवाई (कफ सिरप) में जहरीला केमिकल मिलने की आशंका जताई जा रही है। लेकिन अब इस पूरे मामले में एक नया मोड़ आ गया है। छिंदवाड़ा में मृत एक बच्चे के किडनी से ग्‍लायकॉल मिला है। यह खतरनाक केमिकल भारत में दवा के अंदर बैन है।

आपको बता दें कि ग्‍लायकॉल का इस्‍तेमाल AC कूलेंट और ब्रेक ऑयल में किया जाता है। आपको बता दें कि कफ सिरप में कभी-कभी डाइथिलीन ग्लाइकोल (DEG) नाम का रसायन मिल जाता है। यह असल में एक जहरीला केमिकल है, जो कारों में इस्तेमाल होने वाले एंटीफ्रीज या पेंट बनाने में काम आता है। भारत में दवाओं में इसका उपयोग मान्य नहीं है। यह तब दवा में पहुंचता है जब कोई घटिया या मिलावटी कच्चा माल इस्तेमाल कर लेता है।

डाइथिलीन ग्लाइकोल किडनी कर देता है फेल

डाइथिलीन ग्लाइकोल शरीर में जाने पर शुरू में उल्टी, पेट दर्द और कमजोरी जैसी तकलीफ देता है। लेकिन 1–2 दिन में इसका सबसे बड़ा असर किडनी पर होता है और किडनी काम करना बंद कर सकती है। इसके बाद शरीर में जहर जमा होने लगता है और मरीज की जान पर भी खतरा हो सकता है।

क्या था पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक, पहले बच्चों को सामान्य बुखार और सर्दी की शिकायत हुई थी। जिसके बाद वहां के स्थानीय डॉक्टरों ने खांसी की दवाई दी। उससे बच्चों की हालत थोड़ी ठीक तो हुई, लेकिन कुछ ही दिनों में उनके पेशाब में कमी आई और फिर अचानक किडनी फेल होने लगी। पहले 6 बच्चों की मौत हुई. फिर इसके बाद मौत का आंकड़ा बढ़ता ही चला गया।

पहला मामला 7 सितंबर को सामने आया था जब 5 वर्षीय अदनान खान को तेज बुखार और उल्टी की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया। हालत बिगड़ने पर उसे नागपुर रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि दोनों किडनी फेल हो चुकी हैं। इसके बाद लगातार नए मामले सामने आते रहे और अब तक 9 बच्चों की मौत हो चुकी है। प्रशासन ने शुरुआती जांच में पानी और चूहों के सैंपल लिए थे, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आई। वहीं, राजस्थान में भी 2 बच्चों की ऐसे ही मौत हुई है. यानि दोनों राज्यों में कुल मिलाकर 11 मौत हुई हैं।

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 3 October 2025 at 14:30 IST