अपडेटेड 1 December 2025 at 20:26 IST
खादी महोत्सव में रिकॉर्ड ₹3.20 करोड़ की बिक्री, पिछले साल से 42% ज्यादा; युवाओं में बढ़ी लोकप्रियता
‘धागे से धरोहर तक’ थीम पर आयोजित खादी महोत्सव 2025 में कुल कारोबार ₹3.20 करोड़ तक पहुंचा जो पिछले वर्ष की ₹2.25 करोड़ की तुलना में लगभग 42% अधिक है। युवाओं में सबसे अधिक लोकप्रिय रही खादी।
उत्तर प्रदेश की राजधानी गोमतीनगर में स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में ‘धागे से धरोहर तक’ की थीम पर 10 दिवसीय आयोजित ‘खादी महोत्सव 2025’ में इस बार बिक्री का नया रिकॉर्ड बन गया है। खादी महोत्सव में कुल कारोबार ₹3.20 करोड़ तक पहुंचा। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की ₹2.25 करोड़ की तुलना में लगभग 42% अधिक बताया जा रहा है। महोत्सव के आखिरी दिन भारी संख्या में खरीदार पहुंचे, जहां लगभग हर स्टॉल पर खूब भीड़ देखी गई।
160 उद्यमियों ने खादी महोत्सव में लिया हिस्सा
खादी महोत्सव 2025 में कुल 160 उद्यमियों ने हिस्सा लिया था। महोत्सव में खादी संस्थाओं के 32 के अलावा ग्रामोद्योग के 120, माटी कला के 08 सहित कुल 160 उद्यमियों ने हिस्सा लिया था। इस महोत्सव में लखनऊ से लेकर गोरखपुर, मुजफ्फरनगर और बाराबंकी जैसे कई जिलों से उद्यमियों ने भाग लिया था।
हर्बल और जूट हस्तशिल्प ग्राहकों की पहली पसंद
खादी महोत्सव 2025 में लगभग हर स्टॉल पर खूब भीड़ देखी गई। इस महोत्सव में सबसे अधिक खादी वस्त्र के अलावा हर्बल उत्पाद, जूट हस्तशिल्प और माटी कला इस बार ग्राहकों की पहली पसंद रहे। खरीदारों ने जमकर खरीदारी की। कई उद्यमियों के अनुसार इस बार युवा ग्राहकों की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। युवा ग्राहकों की उपस्थिति ने बिक्री को एक नया आयाम दिया।
खादी भारतीय सांस्कृतिक धरोहर की पहचान
खादी महोत्सव 2025 में युवाओं के अलावा छात्रों और महिलाओं को लगातार देखा गया। कुछ लोगों ने बताया एक स्थान पर खादी से जुड़ी इतनी चीजें एक जगह मिलन बेहद अच्छा और बेहतरीन अनुभव रहा। इस महोत्सव के समापन पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी शिशिर ने उद्यमियों और आयोजन टीम को धन्यवाद दिया। अपने संबोधन में कहा खादी वस्त्र अब सिर्फ परिधान का ऑप्शन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर है, जो एक पहचान बन चुका है।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 1 December 2025 at 20:26 IST