अपडेटेड 29 August 2023 at 10:10 IST
Raksha Bandhan: कैसे हुई थी रक्षाबंधन की शुरुआत? जानें इसके पीछे की पौराणिक कथा
रक्षाबंधन का त्योहार बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा की इसकी शुरुआत कहां से हुई, पहली बार किसने राखी बांधी? आइए जानते हैं इसके पीछे की पौराणिक कथा...
Kaha Se Shuru Hui Rakhi Bandhne Ki Parampra: हर साल सावन माह की पूर्णिमा के दिन भाई-बहन के प्यार का प्रतीक राखी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र, मौली या फिर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं और भाई बहन को उपहार देता है और उसकी रक्षा का वचन देता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा की इस त्योहार की शुरुआत कहां से हुई और सबसे पहले राखी किसने बांधी, नहीं तो चलिए आज हम आपको इसके बारे में बताते हैं।
स्टोरी में आगे ये पढ़ें....
- सबसे पहले राखी कब बांधी गई थी?
- सबसे पहले राखी किसने किसे बांधी थी?
सबसे पहले राखी कब बांधी गई थी?
जानकारी के मुताबिक इस त्योहार की शुरुआत लगभग 6 हजार साल पहले से हुई है। इसके कई साक्ष्य भी इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं।
सबसे पहले राखी किसने किसे बांधी थी?
भाई-बहन के प्यार का प्रतीक माना जाने वाला राखी का त्योहार सबसे पहले किसने किसे बांधा था इसके पीछे कई सारी पौराणिक कथाएं और मान्यताएं जिनमें से एक राजा बलि और देवी लक्ष्मी की है। कथा के मुताबिक जब भगवान विष्णु ने वामन अवतार के रूप में राक्षस राजा बलि से तीन पग में उनका सार राज्य मांग लिया था और उन्हें पाताल लोक में निवास करने को कहा था। तब राजा बलि ने भगवान विष्णु को अपने मेहमान के रूप में पाताल लोक चलने को कहा। जिसे विष्णु जी मना नहीं कर सके, लेकिन जब लंबे समय से विष्णु भगवान अपने धाम नहीं लौटे तो लक्ष्मी जी को चिंता होने लगी।
तब नारद मुनी ने उन्हें राजा बलि को अपना भाई बनाने की सलाह दी और उनसे उपहार में विष्णु जी को मांगने को कहा। मां लक्ष्मी ने ऐसा ही किया और इस संबंध को प्रगाढ़ बनाते हुए उन्होंने राजा बलि के हाथ पर राखी या रक्षा सूत्र बांधा और तभी से राखी की शुरुआत हुई। हालांकि इसके अलावा भी कई और कथाएं है जिसमें बताया गया है कि सबसे पहले राखी किसने किसे बांधी थी।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 29 August 2023 at 10:00 IST