अपडेटेड 6 October 2023 at 12:54 IST

Jitiya Vrat 2023: क्या खाकर खोला जाता है जितिया व्रत, जानें पारण का समय और विधि

पूर्वांचल में जितिया व्रत का बहुत ही खास महत्व माना जाता है। अगर आप भी रखते हैं व्रत तो जान लीजिए पारण की विधि और समय...

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Kya Kha Kar Khole Jitiya Vrat Aur Paran Ka Samay image- shutterstock | Image: self

Kya Kha Kar Khole Jitiya Vrat Aur Paran Ka Samay: पूर्वांचल में आज बड़ी ही धूम-धाम से जितिया व्रत मनाया जा रहा है। यह संतान के खुशहाल जीवन और उनकी दीर्घ आयु के लिए रखा जाता है। जितिया 3 दिनों तक रखा जाने वाला बेहद कठिन व्रत है। यह सप्तमी तिथि नहाय-खाय से शुरू होती है और नवमी तिथि पर पारण के साथ इसका समापन होता है, लेकिन ध्यान रहें कि अगर सही विधि और समय पर पारण नहीं किया जाता है, तो यह व्रत पूरा नहीं माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं जितिया व्रत पारण कि विधि और समय क्या है?

स्टोरी में आगे ये पढ़ें...

  • क्यों रखा जाता है जितिया व्रत?
  • जितिया व्रत पारण विधि?
  • जितिया व्रत पारण का समय क्या है?

क्यों रखा जाता है जितिया व्रत?

जितिया व्रत को खास संतान के लिए रखा जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को रखने से संतान दीर्घायु होता है। साथ ही संतान तेजस्वी, ओजस्वी और मेधावी होता है। शास्त्रों के मुताबिक जितिया करने वाली व्रती महिला के संतान की रक्षा स्वंय भगवान श्रीकृष्ण करते हैं। इसलिए इस व्रत का विशेष महत्व माना जाता है।  

जितिया व्रत पारण विधि?

  • अष्टमी तिथि में व्रत रखने के बाद अगले दिन सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही जितिया व्रत का पारण किया जा सकता है। 
  • इस व्रत के पारण के लिए चावल, मरुवा की रोटी, तोरई, मंडुआ यानी रागी और नोनी का साग खाने की परंपरा है। 
  • मान्यता के मुताबिक जितिया व्रत का पारण तोरई खाने से करना चाहिए। 

जितिया व्रत पारण विधि क्या है?

तीन दिनों तक चलने वाला यह व्रत अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर नहाय खाय की परंपरा से शुरू होता है और अष्टमी तिथि में निर्जला व्रत रखा जाता है इसके बाद नवमी तिथि पर पारण के साथ इसका समापन किया जाता है, लेकिन इस व्रत का पारण करने के लिए भी कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है। 

जितिया व्रत पारण का समय क्या है?

हिंदी पंचांग के मुताबिक जितिया व्रत पारण के लिए 7 अक्टूबर 2023 नवमी तिथि की सुबह 10 बजकर 21 मिनट बहुत ही शुभ बताया जा रहा है। व्रती महिलाएं इसी समय अपना व्रत खोलें।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

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Published By : Sadhna Mishra

पब्लिश्ड 6 October 2023 at 12:53 IST