अपडेटेड 10 March 2023 at 16:07 IST

खत्म होगा 9 साल का इंतजार, Indian Navy का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट INS विक्रांत ऑपरेशन के लिए तैयार

भारत के पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत पर घातक लड़ाकू विमानों की तैनाती मई 2023 तक पूरी कर ली जाएगी।

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PC: Twitter-@IN_R11Vikrant | Image: self

भारत का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत (INS Vikrant) जल्द ही कॉम्बैट रेडी हो जाएगा। एयरक्राफ्ट कैरियर पर घातक लड़ाकू विमानों की तैनाती मई 2023 तक पूरी कर ली जाएगी। इसके अलावा एक अन्य एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रमादित्य (INS Vikramaditya) भी मार्च 2023 के अंत तक तैनाती के लिए तैयार हो जाएगा, जो लगभग 15 महीनों तक चला था।

बता दें कि भारतीय नौसेना लगभग 9 सालों के बाद दो एयरक्राफ्ट कैरियर को ऑपरेशनल लेवल पर संचालित करेगी। आखिरी बार भारतीय नौसेना ने दो एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत और INS विराट का संचालन 2016 में किया था। INS विराट को 6 मार्च, 2017 को डिकमीशन किया गया था। इसके बाद से INS विक्रमादित्य को अकेले संचालित किया जा रहा था। INS विक्रमादित्य को रीहॉल के लिए रूस भेज दिया गया था। 

इसके बाद भारतीय नौसेना को एक और एयरक्राफ्ट कैरियर की तत्काल आवश्यकता थी, ताकि उन्हें पश्चिमी और पूर्वी तटों पर तैनात किया जा सके। स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत ने 2021 के मध्य में अपना समुद्री परीक्षण शुरू किया था।

चलता फिरता एयरफोर्स स्टेशन है INS विक्रांत 

INS विक्रांत को कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने बनाया है। इस एयरक्राफ्ट कैरियर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 सितंबर, 2022 को नौसेना में कमीशन किया गया था। नौसेना के इस पोत को समुद्र पर चलता एक एयरफोर्स स्टेशन कहा जा सकता है। एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत अपने में देश के आत्मनिर्भरता का एक सबसे बड़ा सबूत है। इस विमानवाहक पोत पर 1600 क्रू तैनात है। इस पोत का डिजाइन वारशिप डिजाइन ब्यूरो (WDB) ने तैयार किया है। इसका वजन 45,000 टन है और स्पीड अधिकतम 28 नॉट है। विक्रांत में करीब 2,200 कंपार्टमेंट हैं।

INS विक्रांत पर LCA नेवी की पहली लैंडिंग

भारतीय नौसेना ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल किया। सोमवार को नौसेना के पायलटों ने स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत पर नौसेना के लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट नेवी (LCA Navy) की सफल लैंडिंग की। स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर पर स्वदेशी लड़ाकू विमान की लैंडिंग ने भारत के आत्मनिर्भरता की ताकत का सबसे बड़ा उदाहरण है। यह ऑपरेशन विक्रांत के डिजाइन, डेवलपमेंट, निर्माण और संचालित करने की भारत की क्षमता को प्रदर्शित करता है।

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Published By : Nripendra Singh

पब्लिश्ड 10 March 2023 at 16:07 IST