अपडेटेड 17 May 2023 at 06:30 IST
C-17 Globemaster: भारत का ये बाहुबली रेस्क्यू मिशनों के लिए है संजीवनी, खासियत करेगी हैरान
C-17 ग्लोबमास्टर ने कई अहम मिशनों में मुख्य रोल निभाया है। इसे रेस्क्यू मिशनों के लिए एकदम परफेक्ट माना जाता है।
C-17 Globemaster: पिछले कुछ सालों में दुनिया ने कई ऐसी घटनाएं देखीं, जिनके कारण पूरा विश्व प्रभावित हुआ। कोरोना से लेकर, अफगानिस्तान क्राइसिस, रूस-यूक्रेन युद्ध, तुर्किए-सीरिया भूकंप और सूडान गृहयुद्ध ने पूरे विश्व को प्रभावित किया। इसका असर भारत में भी देखने को मिला। भारत ने इन सभी घटनाओं में कहीं से अपने और दूसरे देशों के लोगों को रेस्क्यू किया, तो कहीं लोगों के लिए राहत अभियान चलाए। इन सभी में एक नाम सबसे कॉमन था, जिसने भारत की धरती से उड़ान भरी और दुनिया के हर कोने में भारत का डंका बजाया। ये नाम है- C-17 ग्लोबमास्टर।
C-17 ग्लोबमास्टर भारतीय वायु सेना का मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है। यह विश्व के बड़े ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में से एक है। यह एयरक्राफ्ट कारगिल, लद्दाख जैसे इलाकों में आसानी से लैंड और टेकऑफ कर सकता है। 4 इंजनों से लैस इस एयरक्राफ्ट में स्पेशल रिवर्स गियर लगे हैं, जो लैंडिंग में परेशानी में इसकी मदद करता है। अलग-अलग मौकों पर इस एयरक्राफ्ट ने दिखाया है कि यह कितना परफेक्ट है।
174 फीट लंबा, 170 फीट चौड़ा और 55 फीट ऊंचा ये एयरक्राफ्ट एक बार में 500 से 700 लोगों को एयरलिफ्ट कर सकता है। ये एयरक्राफ्ट एक बार में 3 हेलीकॉप्टर और 2 ट्रकों को एयरलिफ्ट कर सकता है। इस एयरक्राफ्ट का बाहरी ढांचा इतना मजबूत है कि इस पर राइफल और छोटे हथियारों से फायरिंग का असर नहीं होता है।
इन मिशनों में निभाया है अहम रोल
C-17 ग्लोबमास्टर ने कई अहम मिशनों में अहम रोल निभाया है। इसे रेस्क्यू मिशनों के लिए एकदम परफेक्ट माना जाता है।
कोरोना काल- 2020 में जब पूरी दुनिया कोरोना काल का दंश झेल रही थी, तब भारत में भी इस बीमारी ने कहर दिखाया था। इसके एक साल बाद अप्रैल 2021 में कोरोना की दूसरी लहर में भारत में ऑक्सीजन की भारी किल्लत देखी। उस समय C-17 ग्लोबमास्टर ने ही पूरे देश में ऑक्सीजन टैंकरों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया था।
ऑपरेशन देवी शक्ति- जब अगस्त 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। तब 600 भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए ग्लोबमास्टर ने मोर्चा संभाला था। इस ऑपरेशन को भारत सरकार ने ऑपरेशन देवी शक्ति नाम दिया था।
ऑपरेशन गंगा- फरवरी 2022 में जब रूस ने यूक्रेन में स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन शुरू करते हुए हमला बोला, तब भारत ने करीब 28,000 छात्रों को रेस्क्यू किया था। इसमें भी भारत के इस बाहुबली ने अहम योगदान दिया था।
ऑपरेशन दोस्त- जनवरी 2023 में तुर्किए सीरिया में आए भूकंप में भारत सरकार और सेना ने ऑपरेशन दोस्त लॉन्च किया। इस ऑपरेशन में कई सेना की कई मेडिकल और रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंची थी। इसमें ग्लोबमास्टर ने ही इन टीमों को तुर्किए पहुंचाया था और वापस भी लाया था।
ऑपरेशन कावेरी- हाल ही में अफ्रीकी देश सूडान में सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच झड़प शुरू हो गई। मिलिट्री शासित देश में पावर टसल के बीच भारतीयों को निकालने के लिए सरकार ने नेवी और एयरफोर्स के साथ ऑपरेशन कावेरी लॉन्च किया। इस ऑपरेशन में ग्लोबमास्टर ने सैकड़ों को लोगों को सुरक्षित निकाला।
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अमेरिका से खरीदा गया था ग्लोबमास्टर
आज के समय में इंडियन एयर फोर्स के पास 11 C-17 ग्लोबमास्टर एयरक्राफ्ट मौजूद है। IAF ने इस एयरक्राफ्ट को 2009 में अमेरिकी कंपनी बोइंग से खरीदा था। इसके लिए एयर फोर्स ने 4.1 बिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट किया था। यह विमान 2013 में इंडियन एयर फोर्स में शामिल हुआ था। भारत और अमेरिका के अलावा ग्लोबमास्टर यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, यूएई, कनाडा और कुवैत की वायु सेना बेड़े में शामिल है। इस एयरक्राफ्ट को 1980-90 के दशक में अमेरिकी एयर फोर्स ने बनाया था।
Published By : Nripendra Singh
पब्लिश्ड 17 May 2023 at 06:30 IST