अपडेटेड 18 February 2024 at 23:30 IST

केरल में बढ़ा इंसान और जंगली जानवर में संघर्ष, कैथोलिक बिशप परिषद ने राज्य-केंद्र सरकार से की अपील

Kerala: कैथोलिक परिषद ने कहा भालू, बाघ, हाथी और जंगली सुअर जैसे जानवर अक्सर भटक कर आबादी वाले इलाकों में प्रवेश कर जाते हैं, जिससे जानमाल को खतरा पैदा होता है।

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केरल में मानव-पशु संघर्ष | Image: Freepik

Kerala News: वायनाड जिले में जंगली जानवरों के हमले की घटनाएं बढ़ने पर चिंता जताते हुए केरल कैथोलिक बिशप्स काउंसिल (केसीबीसी) ने रविवार को राज्य और केंद्र सरकार से इस मुद्दे को गंभीरता से लेने और व्यावहारिक एवं तत्काल हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। केसीबीसी, राज्य में कैथोलिक गिरिजाघर की शीर्ष संस्था है।

जिले में पिछले कुछ हफ्तों के दौरान मानव-पशु संघर्ष में तीन लोगों को जान गंवानी पड़ी है।

कैथोलिक परिषद ने कहा भालू, बाघ, हाथी और जंगली सुअर जैसे जानवर अक्सर भटक कर आबादी वाले इलाकों में प्रवेश कर जाते हैं, जिससे जानमाल को खतरा पैदा होता है।

केसीबीसी के एक बयान के अनुसार, ‘‘स्थानीय लोगों की वर्तमान स्थिति दयनीय है, क्योंकि वन्यजीवों के हमले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं और लोगों को अपनी सुरक्षा का डर सता रहा है। राज्य और केंद्र सरकार को अत्यंत गंभीरता के साथ व्यावहारिक और तत्काल हस्तक्षेप करने के लिए तैयार रहना चाहिए।’’

केसीबीसी के अध्यक्ष कार्डिनल बेसिलियोस क्लेमिस कैथोलिकोस ने बयान में कहा, ‘‘लोगों के जीवन और संपत्ति को खतरा पैदा करने वाले जंगली जानवरों को गोली मारने की अनुमति देने वाली नीतियां तैयार करने के लिए त्वरित उपाय किए जाने चाहिए।’’

केसीबीसी ने सुझाव दिया कि इस मुद्दे के दीर्घकालिक समाधान के लिए एक व्यापक कानून पारित किया जाना चाहिए।

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 18 February 2024 at 23:30 IST