अपडेटेड 18 November 2023 at 18:51 IST

Tulsi Vivah Vidhi: कैसे करें शालीग्राम और तुलसी जी का विवाह? क्या है पूजा सामग्री की लिस्ट

Tulsi जी को धार्मिक दृष्टि से बहुत ही महत्पूर्ण और पूजनीय माना गया है। हिंदू धर्म में इनकी पूजा से विवाह तक का विधान है। आइए जानते हैं तुलसी जी की शादी की विधि क्या है।

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Tulsi Vivah Vidhi image- shuttterstock | Image: self

Tulsi Vivah Vidhi: हिंदू धर्मे में तुलसी जी को बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना गया है। इनकी न सिर्फ पूजा की जाती है, बल्कि इनका विवाह भी करवाने का विधान है। हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन तुलसी माता है विवाह शालीग्राम के साथ कराने का विधान है। धार्मिक दृष्टि से यह बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसे में अगर आप भी तुलसी जी और शालीग्राम का विवाह करवाने जा रहे हैं, तो इसके पहले इसी सही विधि और पूजा सामग्री के बारे में जरूर जान लें।

स्टोरी में आगे ये पढ़ें...

  • कब है तुलसी विवाह?
  • तुलसी विवाह की सामग्री?
  • कैसे करें तुलसी जी और शालीग्राम का विवाह?

कब है तुलसी विवाह?

हर साल दिवाली के 11 दिन बाद और कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन तुलसी विवाह किया जाता है। इस बार यह तिथि 24 नवंबर 2023 दिन शुक्रवार को पड़ रहा है। इस दिन देवउठनी एकादशी होती है और इसी दिन माता तुलसी और शालीग्राम का विवाह कराया जाता है।

तुलसी विवाह की सामग्री?

  • Tulsi Vivah में गन्ने से बने मंडप को बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे में मंडप तैयार करने के लिए गन्ने चाहिए।
  • मंडप में भगवान विष्णु की प्रतिमा रखने के लिए चौकी। साथ ही वहां तुलसी का पौधा भी रखा जाता है। 
  • मंडप को सजाने के लिए फूल।
  • इस दिन भगवान विष्णु और मां तुलसी की पूजा के लिए कई वस्तुओं की जरूरत पड़ती है। जिसमें धूप, दीप, माला, फूल माला, वस्त्र, सुहाग की सामग्रियां, लाल चुनरी, साड़ी, हल्दी, आंवला, बेर, अमरूद इत्यादि मौसमी फल शामिल हैं। 

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कैसे करें तुलसी जी और शालीग्राम का विवाह?

  • तुलसी विवाह वाले दिन दिन घर के आंगन, छत या पूजा स्थल पर मंडप तैयार करें।
  • शाम के समय शुभ मुहूर्त में भगवान विष्णु और मां तुलसी के स्वागत के लिए रंगोली बनाएं।
  • इसके बाद विधि-विधान से तुलसी विवाह कराएं, फेरे लगवाएं और घी के 11 दीपक जलाएं।
  • इसके बाद भगवान को फल अर्पित करें।
  • पूजा के अंत में भगवान विष्णु और मां तुलसी की आरती करें।
  • इसके अलावा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
  • मान्यता है कि विधि पूर्वक तुलसी विवाह संपन्न कराने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Sadhna Mishra

पब्लिश्ड 18 November 2023 at 18:50 IST