अपडेटेड 30 April 2025 at 18:11 IST
राजधानी में ताबड़तोड़ एक्शन, पीएम मोदी के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने बुलाई अहम बैठक, सिंधु जलबंदी पर होगा मंथन
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में बैठकों का दौर जारी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बड़ी बैठक बुलाई है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में बैठकों का दौर जारी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बड़ी बैठक बुलाई है। बीते दिन पीएम आवास पर ताबड़तोड़ बैठक के बाद आज फिर से सीसीएस और सीसीपीए की बैठक हुई। और अब गृहमंत्री अमित शाह बैठक बुला रहे हैं। जानकारी के अनुसार रात 8 बजे ये बैठक की जाएगी।
गृह मंत्रालय में होने वाले इस बैठक में सिंधु जल संधि को लेकर मंथन की जाएगी। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे। बैठकों के क्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अधयक्ष जेपी नड्डा और विदेश मंत्री एस जयशंकर पीएम की अलग बैठक में शामिल हुए। इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे।
सुपर कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए पीएम मोदी
पीएम मोदी की अध्यक्षता में राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCPA) ने बैठक की। इसे 'सुपर कैबिनेट' के रूप में भी जाना जाता है। CCPA को सुपर कैबिनेट इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें केंद्रीय मंत्रिमंडल के शीर्ष मंत्री शामिल होते हैं। 'सुपर कैबिनेट' बैठक के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अलग-अलग बैठकें कीं।
भारत के हमले की आशंका से ही दहशत में पाकिस्तान
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत ने आतंकवाद का नामोनिशान मिटाने की कसम खाई है। आतंकियों के पनाहगार पाकिस्तान को भी इस बार ठीक से सबक सिखाने की कोशिश है। प्रधानमंत्री मोदी कह चुके हैं कि आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा। इतने भर से पाकिस्तान दहशत में है। अंदाजा लगा सकते हैं कि पाकिस्तान ने खौफ के चलते अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है और नौसेना के जहाजों को स्टैंडबाय पर रखा है।
सेना से जुड़े सूत्रों के हवाले से एएनआई ने जानकारी दी कि पाकिस्तानी नौसेना के जहाज, जिनमें उसके फ्रिगेट और पनडुब्बियां भी शामिल हैं, किसी भी संभावित भारतीय गतिविधि के मद्देनजर समुद्र में अपने-अपने बंदरगाहों पर पहले से तैनात हैं। पाकिस्तान एयरफोर्स ने उड़ान संचालन को 50% से अधिक घटा दिया है और सिर्फ जरूरी मिशन ही चलाए जा रहे हैं, ताकि वायुक्षेत्र में भ्रम की स्थिति न बने।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 30 April 2025 at 17:22 IST