अपडेटेड 9 February 2024 at 10:18 IST
Haldwani Violence: 'हल्द्वानी में प्लानिंग के साथ हुई हिंसा, CCTV में साफ दिखा कैसे...' DM का दावा
Breaking News: DM ने कहा साजिश का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि अटैक प्री प्लांड था।
Haldwani Violence Breaking: हल्द्वानी में अतिक्रमण हटाने की प्रशासनिक कार्रवाई को कैसे बाधित किया गया और कैसे साजिशन पूरा अटैक किया गया इसकी जानकारी सिलसिलेवार तरीके से डीएम वंदना सिंह ने दी। किन हथियारों से पुलिस कर्मियों पर हमला किया गया इसके बारे में भी बताया। तस्वीरों के जरिए डीएम ने बताया कि अतिक्रमण हटाने से पहले और बाद में क्या हालात बने ये भी दिखाया।
हल्द्वानी में अतिक्रमण हटाने की प्रशासनिक कार्रवाई को कैसे बाधित किया गया और कैसे साजिशन पूरा अटैक किया गया इसकी जानकारी सिलसिलेवार तरीके से डीएम वंदना सिंह ने दी। किन हथियारों से पुलिस कर्मियों पर हमला किया गया इसके बारे में भी बताया। उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभुलपुरा में गुरुवार को हुई हिंसा के बाद नैनीताल की DM ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने हिंसा का CCTV जारी किए। बताया कि उपद्रवियों ने थाने पर पेट्रोल बम से हमला किया। थाने के बाहर खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिसवालों को थाने से बाहर तक नहीं निकलने दिया गया। नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद हलद्वानी में अलग-अलग जगहों पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई, सभी को नोटिस देकर सुनवाई के लिए समय दिया गया था।
साजिश की बू
डीएम ने साफ किया कि साजिश के तहत हमला किया गया। उन्होंने कहा कि छतों पर पत्थर रखे गए थे। घर की छतों पर पत्थरों को इकट्ठा किया गया। जब बनभुलपुरा में अतिक्रमण को हटाने की नोटिस दी गई थी, उस समय वहां पत्थर नहीं थे। नोटिस जारी किए जाने के बाद साजिश के तहत पत्थर इकट्ठा करके रखे गए। गुरुवार को जब पुलिस और प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची तो आसपास की छतों से पुलिस पर पथराव किया गया। पुलिसकर्मियों ने किसी के साथ ना कोई जोर जबरदस्त की और ना ही किसी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। उसके बावजूद पुलिसवालों पर हमला हुआ…
सिलसिलेवार तरीके से समझाया
इससे पहले डीएम ने सिलसिलेवार तरीके से घटना को कुछ फुटेज के जरिए समझाने की कोशिश की। डीएम ने बताया-आप वीडियो में देख पा रहे हैं कि ना पुलिस ने किसी को भड़काया, ना किसी को मारा और ना ही किसी को नुकसान पहुंचाया। तस्वीरों में देख सकते हैं कि भीड़ पहली बार उस गली में इकट्ठी शुरू होने लगी थी। पहली बार यहां वाहनों में आग लगाने की घटना शुरू की गई थी। ये तस्वीरें अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू होने के 45 मिनट बाद की हैं। थाने पर पेट्रोल बम फेंके गए, थाने के बाहर खड़े वाहनों को जलाया गया। थाने में फंसे पुलिस अफसरों पर अटैक किया गया था। पुलिसकर्मियों ने किसी के साथ ना कोई जोर जबरदस्त की और ना ही किसी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई।
दस्तावेजों में कहीं नहीं मजार- डीएम
डीएम ने कहा- अवैध मस्जिद और मजार का विधिक दस्तावेजों में कोई अस्तित्व नहीं है। यह जमीन नगर निगम की है। उन्हें पहले ही नोटिस दिया गया था। यह बकायदा 2007 का ऑर्डर था...हमारी ओर से सभी कानूनी प्रक्रिया पालन किया गया। जो भी स्ट्रक्चर था वो अवैध था। हाईकोर्ट ने भी मलिक बगीचे वालों को राहत नहीं दी थी।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 9 February 2024 at 09:37 IST