अपडेटेड 21 September 2023 at 10:03 IST
Guruvar Vrat: पहली बार रखने जा रही हैं बृहस्पतिवार का व्रत, तो इस विधि से करें पूजा; पूरी होगी हर मनोकामना!
बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। अगर आप पहली बार गुरुवार का व्रत रखने जा रहे हैं तो इस विधि से करें बृहस्पति देवता की पूजा हर मनोकामना पूरी होगी।
Guruvar Vrat Puja Vidhi: हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित किया गया है। इन्हीं में बृहस्तपतिवार का दिन भी शामिल है। इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा-अर्चना और व्रत किया जाता है। ऐसे में अगर आप भी विष्णु जी का व्रत रखने जा रहे हैं, तो सबसे पहले इसकी पूजा विधि जान लें। तो चलिए जानते हैं कि क्यों और कैसे की जाती है बृहस्पति देवता की पूजा।
स्टोरी में आगे ये पढ़ें....
- क्यों की जाती है बृहस्पतिवार की पूजा?
- कब से शुरू करना चाहिए बृहस्तपतिवार का व्रत?
- क्या है बृहस्पतिवार व्रत की पूजा विधि?
क्यों की जाती है बृहस्पतिवार की पूजा?
गुरुवार यानी बृहस्पतिवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित किया गया है। इस दिन विष्णु जी की पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं सुख समृद्धि और मनचाही मनोकामना पूरी करते हैं।
कब से शुरू करना चाहिए बृहस्तपतिवार का व्रत?
अगर आप भी बृहस्पतिवार का व्रत शुरू करने की सोच रहे हैं, लेकिन ये समझ नहीं आ रहा है कि आखिर कब से शुरू करें, तो आप किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार से बृहस्पतिवार का व्रत शुरू कर सकते हैं। बस ध्यान रहे कि व्रत का प्रारंभ पौष यानी पूष माह में न हो।
क्या है बृहस्पतिवार व्रत की पूजा विधि?
- गुरुवार के दिन सुबह जल्दी उठकर नहा-धोकर पीले कपड़े पहनें।
- इसके बाद पूजा घर या केले के पेड़ के नीचे भगवान श्री हरि विष्णु की प्रतिमा या फोटो रखकर उन्हें प्रणाम करें।
- एक लोटे में पानी और हल्दी डालकर पूजा के स्थान पर रखें।
- कोई नया छोटा सा पीला कपड़ा भगवान को अर्पित करें।
- हाथ में चावल और पवित्र जल लेकर व्रत का संकल्प लें।
- इसके बाद विष्णु भगवान की विधिवत पूजा करें।
- बाद में भगवान को गुड़ और धुली चने की दाल का भोग लगाएं।
- गुरुवार व्रत की कथा का पाठ करें और आखिरी में आरती करें।
- भगवान को प्रणाम करें और हल्दी वाला पानी केले की जड़ या किसी अन्य पौधे की जड़ों में डालें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 21 September 2023 at 10:02 IST