अपडेटेड 26 May 2024 at 10:58 IST

Rajkot Fire: गेमिंग जोन में आग का तांडव, लाशें इस तरह झुलसीं कि पहचान के लिए होगा DNA टेस्‍ट

राजकोट के गेमिंग जोन में लगी भीषण आग की घटना की जांच जा रही है। वहीं , लाशों की पहचान के लिए DNA टेस्ट किया जाएगा।

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गेमिंग जोन में आग का तांडव | Image: ANI

गुजरात के राजकोट शहर में शनिवार शाम एक गेम जोन में भीषण आग लगने से बच्चों समेत अब तक 27 लोगों की मौत हो गई। इस भीषण अग्निकांड में जिस तरह मासूमों की मौत हुई वो कई सवाल खड़े करती है। गर्मी की छुट्टियों का मजा लेने बच्चे अपने परेंट्स के साथ राजकोट शहर के कालावड रोड स्थित टीआरपी गेम (TRP Game Zone) जोन में पहुंचे थे। उन मासूमों को कहां पता कि वो अपने माता-पिता के साथ आखिरी सफर पर है। आग का तांडव ऐसा था कि शवों की पहचान करना भी मुश्किल है।

घटना के संबंध में जांच कर रहे अधिकारियों ने बताया कि इस गेमिंग जोने में फाइबर के एक ढांचे में शाम करीब साढ़े चार बजे आग लग गई। देखते-देखते आग ने पूरे जोन को अपने चपेट में लिया। भीषण आग के कारण टीआरपी गेम जोन का पूरा ढांचा ध्वस्त हो गया। छुट्टी का मजा लेने बच्चे अक्सर इस टीआरपी गेम जोन में जाते थे।

वीकेंड की वजह से थी भीड़

TRP गेमिंग जोन में जब अगलगी की घटना हुई थी उस समय हुई जब अच्छी-खासी संख्या में लोग अंदर मौजूद थे,छुट्टी के दिन होने की वजह से बड़ी संख्या में परेंट्स अपने बच्चों को लेकर यहां पहुंचे थे। वीकेंड पर 99 रुपए एंट्री फीस की स्कीम रखी गई थी। बताया जा रहा है कि कार रेसिंग के लिए गेमिंग जोन में भारी मात्रा में डीजल-पेट्रोल भी जमा किया गया था। आग के भयावह रूप धारण में करने में यह भी बड़ा कारण बना।

गेमिंग जोन में था भारी मात्रा में पेट्रोल-डीजल

जानकारी के मुताबिक, गेमिंग जोन के स्टोर रूम में भारी मात्रा में डीजल-पेट्रोल रखा था। यहां करीब 1500 से 2000 लीटर डीजल और गो कार रेसिंग के लिए 1000 से 1500 लीटर पेट्रोल रखा गया था। आग को खतरनाक बनाने में यह भी बड़ा कारण बना। इसके साथ वीकेंड पर सस्ते टिकट की वजह से लोगों की भारी भीड़ उमड़ गई थी और Exit का एक ही रास्ता था, जिसके वजह से लोग अंदर ही फंस गए। गेम जोन से बाहर निकलने और प्रवेश के लिए 6 से 7 फीट का एक ही रास्ता था।

DNA टेस्ट से होगी लाशों की पहचान

प्रशासन का कहना है मृतकों के शव इतनी बुरी तरह झुलसे हैं कि उनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आग कितनी भीषण थी। पहचान के लिए DNA टेस्ट किया जाएगा। एसीपी विनायक पटेल ने कहा कि मृतकों में 12 साल से कम उम्र के कम से कम चार बच्चे शामिल हैं। राजकोट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि एक गेम जोन में आग लगने से इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मृत्यु हुई है।

मालिक समेत 4 लोग गिरफ्तार

गेमिंग जोन का स्वामित्व युवराज सिंह सोलंकी नामक व्यक्ति के पास है। मालिक, संचालक समेत 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वरिष्ठ IPS अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अगुवाई में 5 अधिकारियों की SIT पुरे मामले की जांच करेगी। SIT को 72 घंटे के अंदर घटना की प्राइमरी रिपोर्ट देगी।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 26 May 2024 at 10:58 IST