अपडेटेड 30 July 2025 at 11:20 IST
गुजरात ATS की बड़ी कार्रवाई, अल कायदा टेरर मॉड्यूल केस की मास्टरमाइंड शमा परवीन गिरफ्तार
गुजरात ATS ने अल कायदा टेरर मॉड्यूल केस की मास्टरमाइंड शमा परवीन को गिरफ्तार कर लिया है। शमा की गिरफ्तारी बेंगलुरु से हुई है। इस केस में अब तक 5 आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है।
अल कायदा टेरर मॉड्यूल केस में गुजरात एंटी टेरेरिस्ट सेल (Gujarat ATS) को बड़ी कामयाबी मिली है। ATS ने शमा परवीन नाम की एक महिला को बेंगलुरू से अरेस्ट किया। महिला को इस केस का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। एटीएस को मिली जानकारी के मुताबिक, शमा ही अल कायदा का पूरा मॉडयूल चला रही थी। फिलहाल एटीसी के अधिकारी महिला को गुजरात लेकर जा रहे हैं, जहां इससे पूछताछ की जाएगी।
गुजरात एंटी टेरेरिस्ट सेल ने झारखंड मूल की एक महिला को बेंगलुरू से अरेस्ट किया है, जो अल-कायदा से जुड़ी थी। इस महिला पर संदिग्ध आतंकियों को सोशल मीडिया पर फॉलो करने और रेडिकलाइज्ड पोस्ट डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान 30 साल की शमा परवीन के रूप में हुई है, सूत्रों के अनुसार, परवीन कथित तौर पर पूर्वोत्तर स्थित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) से जुड़ी हुई है और लंबे समय से फरार थी। उसका सोशल मीडिया अकाउंट भी रडार पर था।
अल कायदा टेरर मॉड्यूल केस की मास्टर माइंड गिरफ्तार
गुजरात एटीएस, डीआईजी,सुनील जोशी ने शमा परवीन की गिरफ्तारी पुष्टि की है और बताया है यह महिला अल-कायदा से जुड़ी थी। इससे पहले अल कायदा टेरर मॉड्यूल केस में चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था। दो को गुजरात, एक को नोएडा और एक को दिल्ली से अरेस्ट किया गया है।
बेंगलुरु में पकड़ी गई शमा परवीन
खुफिया जानकारी के आधार पर गुजरात एटीसी अधिकारियों ने शमा परवीन को बेंगलुरु के हेब्बाल पुलिस स्टेशन की सीमा से गिरफ्तार किया। बाद में उसे 8वें अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी (एसीएमएम) की अदालत में पेश किया गया, जहां से गुजरात एटीसी ने ट्रांजिट वारंट प्राप्त किया। ये मुल से रूप से झारखंड की रहने वाली है, मगर बेंगलुरु में रहकर टेरर मॉड्यूल का संचालन कर रही थी।
अदालत के आदेश के बाद, आरोपी को आगे की जांच के लिए गुजरात ले जाया गया। पुलिस ने कहा कि उत्तर भारत में उल्फा की गतिविधियों से जुड़े उसके नेटवर्क और संभावित सहयोगियों का पता लगाने के लिए विस्तृत पूछताछ की जाएगी।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 30 July 2025 at 11:06 IST