अपडेटेड 27 February 2023 at 10:40 IST
Godhra Riots:साल 2002 का वो हादसा जिसे सुन आज भी कांपती है लोगों की रूह
आज गोधरा कांड के पूरे 21 साल बीत चुके है। इसलिए आज हम इस घटना की पूरी कहानी बताएंगे...
Godhra Riots: 27 फरवरी इतिहास में एक दुखद दिन के रूप में दर्ज है, क्योंकि 27 फरवरी 2002 को ही गुजरात के गोधरा स्टेशन से प्रस्थान करने वाली एक साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में भीड़ ने आग लगा दी थी। इस भयानक आग में 59 लोगों की मौत हो गई। इस दिन का जिक्र जब भी होता है हर किसी की आंखों को नम कर देता है। बता दें कि आज गोधरा कांड के पूरे 21 साल बीत चुके है। इसलिए आज हम इस घटना की पूरी कहानी बताएंगे...
2002 गोधरा नरसंहार: 27 फरवरी 2002 को गुजरात के गोधरा स्टेशन से प्रस्थान करने वाली एक साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन को उन्मादी भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था। इस भयानक आग में 59 लोगों की मौत हो गई। अहमदाबाद जाने वाली साबरमती एक्सप्रेस हाल ही में गोधरा स्टेशन से निकल रही थी जब किसी ने ट्रेन को रोकने के लिए जंजीर खींच दी और पत्थर फेंकने के बाद ट्रेन के एक डिब्बे में आग लगा दी थी। इस ट्रेन में सवार लोग अयोध्या से लौट रहे थे।
2002 गोधरा ट्रेन में आग
गोधरा रेलवे स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगाने के बाद अयोध्या से लौट रहे कम से कम 59 कारसेवकों को जिंदा जला दिया गया। 27 फरवरी, 2002 की ट्रेन जलने की घटना ने गुजरात के इतिहास में सबसे भीषण सांप्रदायिक दंगों को जन्म दिया, जिसमें 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
फरवरी 2011 में, एक ट्रायल कोर्ट ने 31 लोगों को दोषी ठहराया और 63 अन्य को बरी कर दिया, यह कहते हुए कि घटना एक सुनियोजित साजिश थी। एसआईटी कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए गए सभी 31 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। अदालत ने राज्य सरकार, तब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, और भारतीय रेलवे को 59 पीड़ितों में से प्रत्येक के परिवारों को 10 लाख मुआवजा देने का आदेश दिया था। वहीं इस दौरान गुजरात में काफी विरोध-प्रदर्शन किया गया था। कई सालों तक ये मामला सुप्रीम कोर्ट में चला।
Published By : Priya Gandhi
पब्लिश्ड 27 February 2023 at 10:38 IST