अपडेटेड 3 January 2024 at 08:56 IST
बढ़ते कर्ज की स्थिति पर IMF ने जताई चिंता, जानें किस देश पर कितना है कर्ज
कर्ज को लेकर IMF ने कई देशों की चिंता बढ़ा दी है। आपको जानकर हैरानी होगी कि कई बड़े देशों पर भारत से अधिक कर्ज है।
Debt Gross Domestic Product Ratio Country List: कोरोना महामारी (Covid-19) ने एक दो देशों को नहीं बल्कि पूरी दुनिया को अपनी जद में लिया। कोविड-19 की वजह से अर्थव्यवस्था के मामले में बड़े-बड़े देशों की कमर टूट गई। ऐसी परिस्थिति में भी भारत ने अपनी स्थिति को मजबूत बनाए रखने की कोशिश की। एक तरह जहां अमेरिका जैसे देश आर्थिक रुप से संकट में फंसते नजर आए, वहीं भारत ने कोरोना जैसी आपदा को एक अवसर के रुप में बदल दिया। कोरोनाकाल में भारत की भूमिका को देखकर पूरी दुनिया हैरान रही। भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। आने वाले समय में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी बन सकता है। हालांकि आंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने ऋण सकल घरेलू उत्पाद अनुपाद (Debt Gross Domestic Product Ratio) को लेकर भारत की चिंता बढ़ा दी है। आइए जानते हैं, किन देशों पर कितना कर्ज है।
खबर में आगे पढ़ें…
- भारत के ऊपर कितना कर्ज बढ़ा?
- अमेरिका और चीन जैसे देशों पर कितना कर्ज?
- किन-किन देशों के ऊपर है कर्ज?
IMF ने कर्ज को लेकर भारत की चिंता बढ़ा दी है। वर्तमान वित्तीयवर्ष में जुलाई से सितंबर के बीच की तिमाही में भारत के ऊपर 205 लाख करोड़ का कर्ज हो गया है। हालांकि, डॉलर की कीमत में बढ़ोतरी हुई है, जिसकी वजह से कर्ज का ये आंकड़ा बढ़ा है। इससे पहले जनवरी से मार्च के बीच ये आंकड़ा 200 लाख करोड़ तक का था।
चीन और जापान जैसे देशों पर 250 फीसदी से ज्यादा कर्ज
भारत आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। भारत के ऊपर 81 फीसदी कर्ज है लेकिन अगर हम बड़ी अर्थव्यवस्था की बात करें तो चीन और जापान जैसे देशों के ऊपर 250 फीसदी और उससे ज्यादा का कर्ज है। चीन के ऊपर 250 फीसदी का कर्ज है तो वहीं जापान के ऊपर 255 फीसदी का कर्ज है। वहीं दुनिया के ताकतवर देश अमेरिका की अगर बात करें तो ये आंकड़ा 130 फीसदी का है। वहीं इटली के ऊपर 144 फीसदी का कर्ज है।
किन देशों के ऊपर कितना कर्ज देखें लिस्ट-
| देश | कर्ज |
| जापान | 255 फीसदी |
| चीन | 250 फीसदी |
| सिंगापुर | 168 फीसदी |
| अमेरिका | 123 फीसदी |
| फ्रांस | 110 फीसदी |
| कनाडा | 106 फीसदी |
| ब्रिटेन | 104 फीसदी |
| भारत | 81 फीसदी |
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 3 January 2024 at 07:40 IST