अपडेटेड 11 August 2021 at 14:28 IST
पीएम मोदी ने बालाजी तांबे के निधन पर जताया शोक, बोले- 'आयुर्वेद को दुनिया भर में पहचान दिलाने में था खास योगदान'
आयुर्वेदाचार्य डॉ बालाजी तांबे के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी शोक जताया है।
आयुर्वेदाचार्य डॉ बालाजी तांबे का 10 अगस्त यानि मंगलवार वो 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है। पीएम ने ट्वीट कर उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने लिखा- 'डॉ बालाजी तांबे को आयुर्वेद को दुनिया भर में विशेष रूप से युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाने के उनके कई प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। उनके दयालु स्वभाव के लिए हर ओर उनकी प्रशंसा की गई। उनके निधन से आहत हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।'
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी आयुर्वेदाचार्य और लेखक बालाजी तांबे के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है। राज्यपाल ने लिखा, आयुर्वेदाचार्य बालाजी तांबे के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। उन्होंने अपना पूरा जीवन आयुर्वेद और योग को बढ़ावा देने और लोकप्रिय बनाने के लिए समर्पित कर दिया। अपने स्पष्ट लेखन और वार्ता के माध्यम से उन्होंने सभी उम्र के लोगों को एक महान और स्वस्थ जीवन का मार्ग दिखाया।
उद्धव ठाकरे ने जताया दुख
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी दुख जताते हुए कहा कि वह आयुर्वेद और योग से प्रभावित थे। उनकी उच्च गुणवत्ता वाली दवा ने पूरे देश और विदेशों में आयुर्वेद को फैलाने में मदद की।
आयुर्वेदाचार्य डॉ बालाजी तांबे का निधन
परिवार के सदस्यों के अनुसार आयुर्वेद चिकित्सक और योग प्रस्तावक डॉ बालाजी तांबे का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार को पुणे के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। ताम्बे लोनावला में एक चिकित्सा केंद्र "आत्मसंतुलना गांव" के संस्थापक और आध्यात्मिकता, योग और आयुर्वेद पर कई पुस्तकों के लेखक थे। डॉ तांबे के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे और बहुएं और चार पोतियां हैं।
Published By : Nisha Bharti
पब्लिश्ड 11 August 2021 at 14:28 IST