अपडेटेड 12 September 2023 at 18:27 IST
Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी के दिन भूलकर भी नहीं देखना चाहिए चांद, जानें क्या है वजह
देशभर में गणेश चतुर्थी का त्योहार बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है, लेकिन इस दिन चंद्रमा के दर्शन को अशुभ माना जाता है। ऐसा क्यों आइए इसके बारे में जानते हैं।
Ganesh Chaturthi Ke Din Kyo Nahi Dekhna Chahiye Chand: देशभर में गणेश चतुर्थी का त्योहार बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन सर्वप्रथम पूजनीय गौरी पुत्र गणेश का जन्म हुआ था। ऐसे में इस दिन लोग गणपति स्थापना के साथ पूरे 11 दिनों तक बप्पा की विधिवत पूजा अर्चना करते हैं। इन दिनों कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होता है। जिनमें से एक गणेश चतुर्थी के दिन चांद को न देखना भी शामिल है। धार्मिक मान्यता के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा का दर्शन करना अशुभ माना जाता है। आइए जानते हैं इसके पीछे क्या वजह है।
स्टोरी में आगे ये पढ़ें...
- गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा को क्यों नहीं देखना चाहिए?
- गणेश चतुर्थी पर चांद के दर्शन न करने के पीछे क्या है कथा?
- दर्शन होने पर क्या करें?
गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा को क्यों नहीं देखना चाहिए?
पौराणिक मान्यता के मुताबिक गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन करने पर भविष्ट में कलंक और झूठे आरोप लगने का खतरा बना रहता है। ऐसे में इस दिन भूलकर भी चांद को देखने की गलती नहीं करनी चाहिए।
गणेश चतुर्थी पर चांद के दर्शन न करने के पीछे क्या है कथा?
पौराणिक कथा के मुताबिक जब गणेश जी को गज यानी हाथी का मुख लगाया गया तो वे गजानन कहलाए और माता-पिता के रूप में पृथ्वी की सबसे पहले परिक्रमा करने के कारण अग्रपूज्य हुए और सभी देवताओं ने उनकी स्तुति की पर चंद्रमा मंद-मंद मुस्कुराते रहें क्योंकि उन्हें अपनी सुंदरता पर घमंड था। ऐसे में गणेश जी समझ गए कि चंद्रमा अभिमान में आकर उनका मजाक उड़ा रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें क्रोध आ गया और उन्होंने चंद्रमा को काले होने का श्राप दे दिया।
गणेश जी के श्राप के बाद चंद्रमा को अपनी भूल का एहसास हुआ। तब चंद्रदेव ने भगवान गणेश से क्षमा मांगी। जिसके बाद गणेश जी ने कहा कि सूर्य के प्रकाश को पाकर तुम एक दिन पूर्ण हो जाओगे यानी पूर्ण प्रकाशित होंगे। लेकिन चतुर्थी का यह दिन तुम्हें दण्ड देने के लिए हमेशा याद किया जाएगा। इस दिन को याद कर कोई अन्य व्यक्ति अपने सौंदर्य पर अभिमान नहीं करेगा। जो कोई व्यक्ति भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन तुम्हारे दर्शन करेगा, उस पर कलंक और झूठे आरोप लगेंगे। तभी से कहा जाने लगा कि गणेश चतुर्थी के दिन चांद को देखने की गलती नहीं करना चाहिए।
दर्शन होने पर क्या करें?
अगर किसी व्यक्ति ने गणेश चतुर्थी के दिन गलती से चांद को देख लिया है, तो इस दोष को दूर करने के लिए उसे कलंक चतुर्थी की कृष्ण-स्यमंतक कथा को पढ़ने या सुनने पर गणेशजी क्षमा कर देते हैं। कलंक के दोष से बचने के लिए हर दूज का चाँद देखना भी जरूरी है। चतुर्थी पर चंद्र दर्शन हो जाए तो इस मंत्र को जपने से भी कलंक नहीं लगता है।
इसके अलावा इस कलंक से बचने के लिए पूरी श्रद्धा के साथ 'सिंह: प्रसेन मण्वधीत्सिंहो जाम्बवता हत: सुकुमार मा रोदीस्तव ह्येष: स्यमन्तक:' मंत्र का जाप करें।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 12 September 2023 at 18:25 IST