अपडेटेड 21 July 2025 at 23:00 IST
Jagdeep Dhankhar: राजस्थान के छोटे से गांव से निकलकर उपराष्ट्रपति की कुर्सी तक... कैसा रहा जगदीप धनखड़ का सियासी सफर?
Jagdeep Dhankhar: जगदीप धनखड़ का जन्म राजस्थान के झुंझनू (Jhunjhunu) जिले के एक छोटे से गांव किठाना (Village Kithana) में 18 मई 1951 को जन्म हुआ। किसान परिवार में पैदा हुए जगदीप धनखड़ ने एक वकील से लेकर देश के उपराष्ट्रपति तक का सफर अपनी मेहनत और लगन के साथ तय किया।
Jagdeep Dhankhar: भारत के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने स्वास्थ्य कारणों से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) को पत्र लिखकर उन्होंने अपने इस्तीफे की जानकारी दी और कार्यकाल के दौरान उनके सहयोग के लिए आभार भी प्रकट किया। जगदीप धनखड़ का जन्म राजस्थान के झुंझनू (Jhunjhunu) जिले के एक छोटे से गांव किठाना (Village Kithana) में 18 मई 1951 को जन्म हुआ। किसान परिवार में पैदा हुए जगदीप धनखड़ ने एक वकील से लेकर देश के उपराष्ट्रपति तक का सफर अपनी मेहनत और लगन के साथ तय किया।
जगदीप धनखड़ ने अपने करियर की शुरुआत साल 1979 में की जब उन्होंने राजस्थान बार काउंसिल में एक वकील के रूप में नामांकन कराया। उन्हें 1990 में राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था और 30 जुलाई, 2019 को राज्यपाल के रूप में शपथ लेने तक वे राज्य के सबसे वरिष्ठ नामित वरिष्ठ अधिवक्ता थे।
चुनावी राजनीति में जगदीप धनखड़ का सफर
जगदीप धनखड़ 1989-91 के दौरान नौवीं लोकसभा में जनता दल का प्रतिनिधित्व करते हुए राजस्थान के झुंझुनू से सांसद बने। धनखड़ 1993-98 के दौरान दसवीं विधानसभा चुनाव में राजस्थान के किशनगढ़ से विधायक भी रहे।
2019 में बंगाल के राज्यपाल बने
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 20 जुलाई 2019 को जगदीप धनखड़ को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया।कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश टी. बी. राधाकृष्णन ने 30 जुलाई, 2019 को कोलकाता के राजभवन में जगदीप धनखड़ को पद की शपथ दिलाई। पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनने के बाद, जगदीप धनखड़ का पश्चिम बंगाल सरकार और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ अक्सर विवाद होता रहा।
2022 में भारत के उपराष्ट्रपति बने
जगदीप धनखड़ को जुलाई 2022 में 6 अगस्त 2022 को होने वाले भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की ओर से उम्मीदवार बनाया गया। जगदीप धनखड़ ने विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराकर जीत हासिल की। उपराष्ट्रपति के चुनाव में धनखड़ को 72.8 फीसदी रिकॉर्ड वोट मिले।
21 जुलाई 2025, उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया
21 जुलाई 2025 को भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
एक नजर में जगदीप धनखड़ का सियासी सफर
2022-2025: जगदीप धनखड़ भारत के 14वें उपराष्ट्रपति
2019-2022 पश्चिम बंगाल के 27वें राज्यपाल
1993-1998: राजस्थान विधान सभा के सदस्य
1990-91: राज्य मंत्री, भारत सरकार
1989-1991: संसद सदस्य, लोकसभा
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 21 July 2025 at 23:00 IST